शाजापुर
मध्य प्रदेश के शाजापुर में नौकरी के नाम पर धोखधड़ी करने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पर एक अकदामी ने मिलिट्री इंजीनियरिंग में नौकरी लगवाने के नाम पर आधा दर्जन बेरोजगार युवकों से 6-6 लाख रुपए वसूल लिए.
इस मामले में अब अकादमी संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में कार्रवाई की गई है.
6 युवकों से वसूले 36 लाख
शाजापुर कोतवाली पुलिस ने बताया कि देवास के रहने वाले साहिल पटेल ने शाजापुर की खालसा अकादमी के संचालक दरबार सिंह निवासी मोहन बड़ोदिया के खिलाफ सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने की शिकायत की है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि साल 2022 में दरबार सिंह ने उसे नौकरी के नाम पर 6 लाख रुपये लिए थे. इस लेनदेन का वीडियो भी उसके पास है. पुलिस ने मामले की जांच की तो एक के बाद एक देवास के अन्य लोग भी सामने आ गए.
पुलिस को देवास के रहने वाले राज पांचाल, देवेंद्र सिंह, उमेश शर्मा सहित छह लोगों से धोखधड़ी की शिकायत मिली. इसके बाद दरबार सिंह को हिरासत में ले लिया. आरोपी ने सभी छह बेरोजगार युवकों से 36 लाख रुपये की वसूली की थी.
पैसे मांगने पर थमाए फर्जी नियुक्ति पत्र
साल 2022 के अप्रैल महीने में आरोपी ने बेरोजगार युवको से 36 लाख रुपए लिए थे. इसके बाद जब बेरोजगार युवकों ने नौकरी लगवाने के लिए दबाव बनाया तो दरबार सिंह ने पोस्टिंग का फर्जी लेटर थमा दिया.
इसके बाद वह उन्हें लेकर दिल्ली, मेरठ जैसे कई शहरों में घूमता रहे. बाद में जब बेरोजगार युवकों को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने रूपयों की मांग शुरू कर दी. इसके बाद दरबार सिंह की पोल खुल गई. दरबार सिंह रुपये लौटाने को लेकर भी लगातार झांसे से दे रहा था.
दिल्ली के आर्मी अस्पताल में कराया मेडिकल
आरोपी दरबार सिंह ने बड़े ही चालाकी से बेरोजगार युवाओं को अपने झांसे में ले लिया. उसने दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में स्थित आर्मी अस्पताल में ले जाकर मेडिकल टेस्ट भी करवाया.
इस दौरान उसने दिल्ली के अस्पताल में अपने एक साथी के रूप में संजय नामक युवक से ठगी का शिकार हुए बेरोजगार युवकों की पहचान भी कराई थी. पुलिस अभी दरबार सिंह से पूछताछ कर और भी खुलासा करने का दावा कर रही है.