शेटराउ
भारतीय निशानेबाज रमिता जिंदल ने पेरिस ओलंपिक की महिला 10 मीटर एयर राइफल निशानेबाजी स्पर्धा के क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। इसी स्पर्धा में इलावेनिल वलारिवान 10वें स्थान पर रहते हुए क्वालीफिकेशन से बाहर हो गयी।
हांगझोऊ एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता रमिता ने कुल 631.5 अंक के साथ फाइनल में जगह पक्की की। वह इस ओलंपिक में पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर के बाद फाइनल में जगह पक्की करने वाली भारत की दूसरी निशानेबाज है। इलावेनिल शुरुआती चरण में शीर्ष निशानेबाजों में शामिल थी लेकिन आखिरी कुछ निशाने सटीक नहीं लगने के कारण वह 630.7 अंक के साथ फाइनल की दौड़ से बाहर हो गयी।
रमिता की शुरुआत धीमी रही और छठी और अंतिम सीरीज तक वह शीर्ष आठ में शामिल नहीं थी, लेकिन उन्होंने आखिरी में कुछ शानदार निशाने लगाकर फाइनल में जगह पक्की की। तीन साल पहले तोक्यो ओलंपिक में 16वें स्थान पर रहने वाली अनुभवी इलावेनिल क्वालिफिकेशन में अधिकांश समय पांचवें स्थान पर थी लेकिन आखिरी सीरीज में 103.8 की खराब स्कोर के कारण 24 साल की यह जूनियर विश्व चैंपियन पांचवें से 10वें स्थान पर खिसक गयी।
नयी दिल्ली और भोपाल में ओलंपिक चयन ट्रायल के दौरान विश्व रिकॉर्ड से 0.1 अधिक 636.4 अंक हासिल करने वाली रमिता की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। उन्होंने शुरुआती सीरीज में 104.6 का स्कोर किया। उन्होंने इसके बाद 106.1, 104.9, 105.3 और 105.7 के स्कोर के साथ फाइनल में जगह पक्की की। दक्षिण कोरिया की बान ह्योजिन ने 634.5 के शानदार स्कोर के साथ क्वालिफिकेशन ओलंपिक रिकॉर्ड (क्यूओआर) को अपने नाम किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड नॉर्वे की जेनेट हेग (632.9) ने तोक्यो ओलंपिक में बनाया था।