झगराखाण्ड
एमसीबी जिला के नपं झगराखांड में पिछले बीस दिनों से पानी सप्लाई बंद है। पानी की समस्या होने से आम जनता परेशान हैं। वहीं, जिम्मेदार अधिकारी जल्द ही समस्या निपटाने की झूठी तसल्ली दें रहें हैं। झगराखांड में बीस दिनों से पानी सप्लाई बंद इंटकवेल का मोटर खराब होने के कारण पिछले बीस दिनों से पानी सप्लाई पूरी तरह बंद है। बताया जा रहा है कि इंटकवेल में लगे मोटर का सॉप्ट टूट गया था, जिसके बाद मनेन्द्रगढ़ में मोटर बनाने के लिए ले जाया गया था। परन्तु नगर पंचायत ने मिस्त्री का पुराना पैसा भुगतान नहीं किया था। इस कारण मिस्त्री दुबारा मोटर का रिपेयरिंग करने में मना कर दिया। वहीं पुराने भुगतान के बाद जब मिस्त्री मोटर बनाने को तैयार हुआ तो मोटर का पार्ट्स नहीं होने के कारण अब तक मोटर नहीं बन पाया है। इससे इंटकवेल और फिल्टर प्लांट में ताला लगा दिया गया है। इस भारी बरसात के मौसम में नगर पंचायत के लोग गंदा दूषित पानी पीने को मजबूर हो रहें हैं। साथ ही वहीं दूसरी परेशानी कालरी प्रबंधन भी क्षेत्र में चार-चार दिनों के अंतर में पानी सप्लाई कर रहा है, जिससे नगर पंचायत झगराखांड की जनता बहुत ही ज्यादा परेशान है। बहरहाल समस्या जस का तस हैं, अब देखना होगा कि अब कब तक मोटर का रिपेरिंग होता है। यहां की जनता को शुद्ध पानी कब मिलता है।
मोटर खराब होने से बढ़ी परेशानी: इस बारे में क्षेत्र के पार्षद राजकुमार यादव ने कहा, "मोटर का सॉफ्ट टूट जाने के कारण मोटर खराब पड़ा हुआ है, जिसका सामान यहां कहीं नहीं मिल रहा है. सामान कोलकाता से मंगाया जा रहा है. हमारे द्वारा काफी प्रयास किया गया. हमारे क्षेत्र में कहीं इस मोटर का सॉफ्ट मिल रहा है. ना हीं बिलासपुर रायपुर जैसी जगह पर मिल रहा है. इससे जनता परेशान है. पानी के लिए एस ई सी एल भी पानी सप्लाई ठीक से नहीं कर पा रहा है. 8-9 दिन में लोगों को पानी मिल रहा है.
मोटर में बहुत सारे रेता मिट्टी घुस गए थे, जिसे निकालने में चार-पांच दिन लग गया. इस वजह से परेशानी बढ़ी हुई थी. जब हमने मोटर को रिपेयर के लिए दिया तो जो रिपेयर करते हैं, वह दिल्ली गए हुए थे, जिस वजह से इतना विलंब हो रहा है. अभी पानी की सप्लाई एसईसीएल के द्वारा करवाया जा रहा है. साथ ही पानी का टैंकर भी उसे क्षेत्र में भिजवाया जा रहा है. -बसंत राम, सीएमओ, न. पं. झगराखांड
पीने योग्य नहीं है पानी: वहीं, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश विश्वकर्मा का कहना है, "बीते 20-25 दिनों से पीएचई की ओर से जो पानी सप्लाई किया जाता था. नगरों में वह पूरा ठप्प पड़ा हुआ है. जो कॉलरी के द्वारा पानी सप्लाई किया जा रहा है. वह अभी चार-पांच दिन में एक बार किया जाता है. जो कि कॉलरी का सप्लाई किया जाने वाला पानी पीने योग्य नहीं है. बरसात के दिनों में भी लोग पानी के लिए परेशान हैं, जो कि नगर पंचायत के उदासीनता से सीएचई से लोग पानी प्राप्त करते थे. इससे पहले भी तीन माह पहले नगर पंचायत में पानी की समस्या थी."
ऐसे में नगर पंचायत झगराखांड के लोग पिछले 20 दिनों के पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. वहीं, जिम्मेदार अधिकारी जल्द समस्या निपटान का आश्वासन दे रहे हैं.