उज्जैन
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से श्रावण मास में सोमवार को भगवान महाकाल की दूसरी सवारी निकलेगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर तथा हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। महाकाल मंदिर के सभा मंडप में दोपहर 3.30 बजे अतिथि भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप का पूजन कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना करेंगे।
सशस्त्र बल की टुकड़ी देगी सलामी
मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजाधिराज को सलामी देगी। इसके बाद कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा। परंपरागत मार्गों से होकर सवारी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन करेंगे। पूजन पश्चात सवारी निर्धारित मार्गों से होकर शाम सात बजे मंदिर पहुंचेगी।
इस बार श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप लोक कलाकारों के दल को शामिल किया जा रहा है। सोमवार को दूसरी सवारी में छिंदवाड़ा के आदिवासी लोक कलाकारों का दल शामिल होगा।
पुलिस जवान देंगे बैंड प्रस्तुति
भोपाल पुलिस मुख्यालय से आए 350 जवानों का पुलिस बैंड भी शिप्रा तट पर अपनी प्रस्तुति देगा। इधर, तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में भी भगवान नगर भ्रमण करेंगे। भगवान ओंकारेश्वर- ममलेश्वर नौका विहार भी करेंगे। दूसरे सोमवार को बाबा भोलेनाथ बालवाड़ी होते हुए मंदिर पहुंचेंगे।