लखनऊ
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि श्रावण मास में कांवड़ यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सुगम यात्रा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से हर संभव कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस कांवड़ यात्रा सकुशल कराने के लिए संकल्पित है। सभी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जनपदों में पुलिस सहायता केंद्र, चिकित्सा शिविर एवं विश्राम शिविर की स्थापना की गई है। सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि अपने विश्राम शिविर अथवा सुरक्षित स्थान पर ही विश्राम करें, सड़क पर विश्राम न करें।
उन्होंने कहा कि सभी कांवड़ियों से निवेदन है कि अपने वाहनों पर लगने वाले डीजे की उंचाई को निर्धारित मापदंड के अनुरूप रखें। ताकि, आपको रास्ते में किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। किसी भी आपातकाल की स्थिति में यूपी पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना दें। उन्होंने आगे कहा कि कांवड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए यूपी पुलिस सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी कर रही है। कांवड़ मार्ग पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है।
असामाजिक तत्वों पर भी नजर रखी जा रही है, जो कांवड़ियों के वेश में अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। देश की जनता से अपील करता हूं की कांवड़ यात्रा के दौरान आपसी भाईचारा और सौहार्द बनाए रखें और कानून की पालन करें। सभी श्रद्धालुओं की यात्रा मंगलमय हो, सभी को शुभकामनाएं। बता दें कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर यूपी के कई जिलों में कांवड़ यात्रा मार्ग पर एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की भी तैनाती की गई है। मेरठ, मुजफ्फरनगर में कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए एटीएस कमांडो तैनात किए गए हैं। यह पहली बार है जब कांवड़ यात्रा मार्ग पर एटीएस के कमांडो तैनात किये गये हैं। कांवड़ यात्रा मार्ग पर आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए कांवड़ियों की सुरक्षा में उत्तर प्रदेश एटीएस के जवानों की तैनाती की गई है। सरकार ने कांवड़ियों की सुरक्षा का जिम्मा एटीएस के कमांडो को सौंपा है।