पेरिस
मानसिक स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर तोक्यो ओलंपिक में कई स्पर्धाओं के फाइनल से पीछे हटने वाली सिमोन बाइल्स की अगुवाई में अमेरिकी महिला जिम्नास्टिक टीम ने तोक्यो में स्वर्ण पदक जीतकर आलोचकों के मुंह बंद कर दिये।
बाइल्स, जोर्डन चिलेस और सुनिसा ली पहले भी ओलंपिक में पदक जीत चुकी हैं लेकिन इसी मंच ने उन्हें शारीरिक और मनोवैज्ञानिक घाव भी दिये जो शायद कभी भरेंगे तो नहीं लेकिन उनकी टीस जरूर इस स्वर्ण से कम हो जायेगी।
अपने कैरियर में इन तीनों ने कई चुनौतियों का सामना किया। तीन साल पहले अपने कैरियर के शिखर पर मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर तोक्यो ओलंपिक में कई स्पर्धाओं से हटने वाली बाइल्स पर सभी की नजरें थी। तोक्यो में उन्होंने टीम वर्ग का रजत पदक जीता था।
पेरिस ओलंपिक में फाइनल में पहुंचते ही पिछली सारी बुरी यादें तिरोहित हो गई और आखिर में पीले तमगे के साथ खुशी के आंसू थे। अमेरिका की टीम ने 171.296 स्कोर करके इटली और ब्राजील को पछाड़ा। इसके साथ ही बाइल्स ने खेलों के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा लिया। बाइल्स के पास अब बड़ी स्पर्धाओं के 38 पदक हैं जिनमें से आठ ओलंपिक पदक है।