पेरिस
पेरिस ओलिंपिक 2024 में 11,000 से अधिक एथलीट्स 32 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। ओलिंपिक विलेज में गजब का माहौल है। दुनिया के दिग्गज एथलीट्स एक ही जगह मौजूद हैं और रोमांस के शहर पेरिस की आभा इस वक्त अलग ही नजर आ रही है। प्यार के शहर में खेलों के महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए जब एथलीट पहुंचे तो उन्हें एक किट देकर स्वागत किया गया। किट में एक फोन और जरूरी चीजों के अलावा कंडोम के पैकेट्स भी हैं।
ओलिंपिक विलेज में बंटे हैं लाखों कंडोम, इसलिए हो रहा विवाद
रिपोर्ट्स के अनुसार ओलिंपिक विलेज में लगभग 230,000 कंडोम वितरित किए गए हैं। इसके अलावा प्रत्येक एथलीट को लगभग 20 कंडोम आवंटित किए जाएंगे। हालांकि, असल बवाल की वजह कुछ और ही है। दरअसल, 2021 तोक्यो ओलिंपिक जैसे 'एंटी-सेक्स' कार्डबोर्ड बेड पेरिस में भी एथलीटों को दिए गए हैं। यह असल विवाद की जड़ है। दुनियाभर के एथलीट इस एंटी सेक्स बेड से परेशान नजर आ रहे हैं। खाकसर ऑस्ट्रेलियाई एथलीटों ने मोर्चा खोल रखा है। इंस्टाग्राम पर ढेरों रील्स वायरल हो रहे हैं।
एथलीट का वीडियो वायरल, बोली- यह तो बकवास है
इंस्टाग्राम पर वीडियो में एक एथलीट यह कहते दिख रही है कि 'बिस्तर बकवास है।' इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है- बेडगेट 2024 पर और खबरें। वीडियो में एक एथलीट अपने बिस्तर पर आधी नींद में दिखाई दे रही है और स्क्रीन पर एक टेक्स्ट दिखाई दे रहा है, जिसमें लिखा है- ओलिंपिक कार्डबोर्ड बेड पर अपडेट। आज सुबह उसके मुंह से निकला पहला शब्द। जैसे-जैसे वीडियो आगे बढ़ता है, एथलीट बिस्तरों के बारे में शिकायत करती हुई दिखाई देती है।
सवाल- अच्छी नींद नहीं तो परफॉर्मेंस अच्छी कैसे होगी?
वीडियो में ऑस्ट्रेलियाई वाटर पोलो खिलाड़ी टिली किर्न्स द्वारा पोस्ट की गई क्लिप का एक अंश भी दिखाया गया है। इसमें, वह बताती है कि 2024 के पेरिस ओलंपिक में उसके देश के ओलंपियनों को सख्त बिस्तरों पर सोना आसान बनाने के लिए गद्दे के टॉपर मिले हैं। 3.6 मिलियन से अधिक बार देखे जाने के साथ यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कई लोगों ने पूछा कि अगर एथलीट चैन की नींद नहीं ले पाते हैं तो वे अच्छा प्रदर्शन कैसे कर सकते हैं।
एक इंस्टाग्राम यूजर ने पूछा- क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर एथलीट्स को अभी रात को ठीक से नींद मिले तो वे किस तरह का प्रदर्शन करेंगे? दूसरे ने कहा- जब ये एथलीट्स जूतों के डिब्बों पर सोते हैं तो वे कैसा प्रदर्शन करेंगे? एक अन्य ने लिखा- जिसने भी सोचा कि यह एक अच्छा विचार है, उसे नौकरी से निकाल दिया जाना चाहिए।
एंटी बेड के पीछे की कहानी क्या है?
दरअसल, तोक्यो ओलिंपिक कोविड-19 महामारी के बीच खेला गया था। एथलीटों को एक-दूसरे के साथ अंतरंग होने से रोकने के लिए बेड बनाए गए थे। उस वक्त भी एथलीटों ने बिस्तरों को असुविधाजनक और कठोर बताया था। तोक्यो एथलीट विलेज के महाप्रबंधक ताकाशी किताजिमा ने 2020 में एक बयान में बताया था- आयोजन समिति रिसाइकिल करने योग्य वस्तुओं के बारे में सोच रही थी और बेड को लेकर एक आइडिया भी उसमें शामिल था। जीएम ने कहा कि बेड 200 किलोग्राम वजन उठा सकते हैं। इस वर्ष पेरिस ओलिंपिक के आयोजकों ने भी बेड फ्रेम डिजाइन को अपनाया।