कानपुर
कानपुर में चोरी को लेकर हुए विवाद के बाद 17 साल की बहन ने 5 साल के अपने चचेरे भाई को मारकर घर में ही दफना दिया. इसका खुलासा तब हुआ, जब दो दिनों से लापता मासूम की तलाश में जुटी पुलिस ने पशुओं के बाड़े के पास खुदी हुई जमीन देखी. उसके बाद वहां खुदाई की तो मासूम का शव बरामद हुआ.
जिले के सजेती इलाके में संजय निषाद का 5 साल का बेटा दो दिनों से लापता था. इसको लेकर उन्होंने पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. जब पुलिस ने इसकी खोजबीन शुरू की और पड़ोस में ही रहने वाले संजय के भाई के घर पहुंची तो पता चला कि वो तो गुजरात में नौकरी करता है. घर पर उसकी दो बेटियां रहती हैं. बड़ी बेटी 17 साल की है, जबकि छोटी की उम्र 7 साल है.
पुलिस ने इस दौरान जब घर के बगल में बने पशुओं बाड़े की चेकिंग की तो वहां पर एक जगह कुछ मिट्टी खुली हुई दिखाई दी. जब वहां खुदाई की गई तो वहां से डेड बॉडी मिली. जिसके बाद पुलिस ने उन लड़कियों से पूछताछ की तो बड़ी बहन ने तो कुछ नहीं बोला. जब एडीसीपी अंकिता शर्मा ने उसकी छोटी बहन से बिस्किट खिलाकर पूछताछ की तो वो राज नहीं छिपा पाई और उसने बताया कि दीदी ने ही साहिल को मारकर यहां दबाया था.
लड़की ने कबूल कर लिया जुर्म
उसके बाद पुलिस ने 17 वर्षीय लड़की से पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया और बताया कि मेरे चाचा के घर में कोई भी बात होती थी, वो मेरे ऊपर ही आरोप लगा देते थे. बीते 16 जून को उनके यहां चोरी हुई थी, जिसका आरोप मेरे ऊपर लगा था, जिसके बाद दोनों घरों में खूब लड़ाई हुई थी. इसका बदला लेने के लिए ही मैंने उसको मारकर दबा दिया.
पहले भी जहर खा चुकी है नाबालिग आरोपी
मृतक बच्चे के पिता संजय का कहना है हम सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसा होगा. लड़की बहुत बिगड़ गई है कुछ दिनों पहले उसने अपने पिता का मोबाइल चुराया था, जिसे बाद में बात करते हुए पकड़ा गया था. इस बात पर जब उसको डांटा गया था तो उसने जहर खा लिया था. जब हमारे घर में चोरी हुई हमने उसे चोरी की बात पूछी तभी उसने धमकी दी थी कि मैं सबक सिखाऊंगी.
पुलिस ने क्या बताया?
इस मामले में एडीसीपी अंकित शर्मा का कहना है पिता की शिकायत पर बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी. बॉडी मिलने के बाद पोस्टमार्टम को भेजी गई है. आरोपी लड़की को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.