लुधियाना
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पंजाब के लुधियाना में वरिष्ठ कांग्रेस नेता भारत भूषण से मनी टेंडर मामले में नौ घंटे पूछताछ की। स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर उनको गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस नेता के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है
कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी को लेकर ईडी अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि "मनी लांड्रिंग टेंडर घोटाले के तहत भारत भूषण आशु को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए, इसके कारण उनकी गिरफ्तारी हुई है। भारत भूषण आशु को मेडिकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया है।"
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु को प्रवर्तन निदेशालय से समक्ष पेश होने के लिए दो दिन पहले ही नोटिस जारी किया गया था। गुरुवार को वो सुबह 10.30 बजे ईडी दफ्तर में पेश हुए। यहां पर उनसे नौ घंटे पूछताछ चली। ईडी अधिकारियों ने उनसे मनी टेंडर घोटाले से जुड़े सवाल किए। देर शाम उनको गिरफ्तार कर लिया गया और मेडिकल कराने के लिए जालंधर के सिविल अस्पताल लाया गया।
बता दें कि भारत भूषण आशु पूर्व में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के प्रभारी थे। इस दौरान इन पर करीब दो हजार करोड़ रुपए के टेंडरों में घोटाले का आरोप लगा था। प्रदेश की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडरों में बड़ी मात्रा में अनियमितता पाई गई थी। उस दौरान जांच में ईडी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज और करीब 30 लाख रुपये नकदी मिले थे।
ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई के नाम पर फर्जीवाड़े का आरोप
जब इस मामले की जांच शुरू हुई तो यह पाया गया कि ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई के नाम पर कई फर्जी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया था. इस मामले में विजिलेंस ने कोर्ट में चलान पेश किया था, जिसके बाद ईडी ने इस मामले की जांच शुरू की. जांच में यह पाया गया कि अनाज मंडियों में नकली नंबर पलेट लगाकर माल की ढुलाई की गई थी. आरोपियों ने जो नंबर प्लेट दिखाए थे, वे स्कूटर, मोटरसाइकिल व थ्री व्हीलर के थे, जिससे माल की ढुलाई नहीं की जा सकती है.
करीब 2 महीने पहले इस मामले में पंजाब के कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों पर भारत भूषण आशु को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा था, जिसके बाद कुछ गिरफ्तारियां भी हुई थी.