भोपाल
उत्तराखंड में मौसम खराब होने की वजह से चारधाम यात्रा पर गए एमपी के लोग फंस गए थे. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की, जिसके बाद उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि चारधाम की यात्रा के दौरान केदारनाथ में फंसे मध्य प्रदेश के 61 यात्रियों में से 51 यात्रियों को आज एयरलिफ्ट कर सुरक्षित रुद्रप्रयाग पहुंचाया गया है. शेष 10 यात्री केदारनाथ में ही सुरक्षित स्थान पर हैं.
CM यादव ने बताया कि शिवपुरी के बदरवास क्षेत्र के कुल 61 लोग एक बस और अन्य चार पहिया वाहन लेकर केदारनाथ दर्शन के लिए गए थे, जो भूस्खलन के कारण वहां फंस गए. राज्य सरकार ने उत्तराखंड सरकार से संपर्क कर उन्हें एयरलिफ्ट कराया और 51 यात्रियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर रुद्रप्रयाग पहुंचाया गया है. शेष यात्री केदारनाथ क्षेत्र में ही हैं और सुरक्षित हैं. राज्य सरकार उत्तराखंड सरकार के सतत संपर्क में है.
राज्य सरकार का प्रयास है कि किसी यात्री को कोई कष्ट न हो. हमारी धार्मिक यात्रा के दौरान वर्षाजनित कठिनाइयों के कारण यह घटना हुई है. सभी यात्री कुशलक्षेम हैं.
राज्य सरकार ने उत्तराखंड सरकार से संपर्क कर उन्हें एयरलिफ्ट कराया और 51 यात्रियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर रुद्रप्रयाग पहुंचाया गया हैं। शेष यात्री केदारनाथ क्षेत्र में ही हैं और सुरक्षित है। राज्य सरकार उत्तराखंड सरकार के सतत संपर्क में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि किसी यात्री को कोई कष्ट न हो। हमारी धार्मिक यात्रा के दौरान वर्षाजनित कठिनाइयों के कारण यह घटना हुई है। सभी यात्री कुशलक्षेम है।
हेलीकॉप्टर के जरिए रूद्रप्रयाग पहुंचे 51 लोग
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि किसी यात्री को कोई कष्ट न हो। हमारी धार्मिक यात्रा के दौरान वर्षा जनित कठिनाइयों के कारण यह घटना हुई है। सभी यात्री कुशल क्षेम हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने गुरुवार को उत्तराखंड के अधिकारियों की मदद से राज्य के 51 लोगों को केदारनाथ मंदिर से हवाई मार्ग से निकालकर रुद्रप्रयाग पहुंचाया। यादव ने बताया कि केदारनाथ में दस और लोग फंसे हुए हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। यादव ने कहा, “जैसे ही हमें उनके बारे में जानकारी मिली, हमने तुरंत उत्तराखंड सरकार से संपर्क किया और फंसे हुए कुल 61 लोगों में से 51 को हेलीकॉप्टर के जरिए रुद्रप्रयाग पहुंचाया।”