हिमाचल
कंगना रनौत ने हाल ही में खेल मंत्रालय से सरकाघाट विधानसभा के लिए एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह कॉम्प्लेक्स खेल के प्रति युवाओं के उत्साह को बढ़ाने में मदद करेगा और भारत में खेल के विकास में योगदान देगा। सांसद कंगना ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्रों के चलते हुए हिमाचल में पंजाब के रास्ते बहुत सारा ड्रग्स भारी मात्रा में भेजा जा रहा है। जिसमे हेरोइन सबसे ज्यादा जिसे लोकली चिट्टा भी कहा जाता है।
ये सबसे ज्यादा कैमिकली ट्रिटेड, हानिकारक और एडिक्टिव ड्रग्स माना जाता है। इसकी चपेट में पंजाब के बाद हिमाचल प्रदेश भी आ रहा है। पहले स्कूल के बच्चों को यह नशीला पदार्थ फ्री में दिया जाता है और फिर जब वह अंदर से पूरी तरह से उस पर निर्भर तथा खोखले हो जाते हैं, तो वह घर में फिर चोरी करके यहां तक की मां के गहने बेचकर भी चिट्टा खरीदते हैं। हिमाचल की नसों को खोखला किया जा रहा है। हिमाचल के युवाओं को भटकाया जा रहा है।
इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि हिमाचल के बहुत बच्चे भारतीय सेना में भर्ती होते हैं। मैं चाहती हूं कि हम हिमाचल के बच्चों के जोश और होश दोनों को नियम और नियति में बांधकर उनका मार्गदर्शन करें। हिमाचल के बच्चों को खेल से संबंधित कोई भी सुविधा नहीं है। सरकाघाट विधानसभा के लिए मेरी खेल मंत्रालय से एक स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स की मांग है। रणौत ने कहा, "हमारे ट्राइबल बच्चों से लेकर हिमाचल के सभी बच्चों के लिए लॉन्ग जंप, स्विमिंग, बास्केटबॉल, हॉकी, वेटलिफ्टिंग, जिमनास्टिक और शूटिंग जैसी नेशनल लेवल की गेम्स की प्रारंभिक ट्रेनिंग की सुविधा होनी चाहिए।