लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दरोगा जी बुरे फंस गए। सब इंस्पेक्टर अमीन खान ने एक युवक को घूस देने के लिए दबाव बनाया था। वह पैसा न देने पर जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। परेशान युवक ने विजिलेंस विभाग को इस मामले की जानकारी दी। इसके बाद आरोपी दरोगा को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। दरोगा जी ने जैसे ही 30 हजार रुपये की घूस ली। पीछे से विजिलेंस टीम पहुंच गई। उन्हें रंगे हाथों घूस लेते दबोच लिया गया। अब दरोगा जी खुद जेल की हवा खाने चले गए हैं। इस पूरे मामले की चर्चा राजधानी में खूब हो रही है।
क्या है पूरा मामला?
इब्राहिमपुर मॉल के रहने वाले समीर कुमार ने विजिलेंस से दरोगा के घूस मांगने की शिकायत की थी। दरअसल, समीर के खिलाफ उनकी पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था। इस केस में समीर की बहन, बहनोई और उसके दो भाइयों को भी नामजद किया गया था। दहेज उत्पीड़न के इस केस की जांच का जिम्मा माल थाने के दरोगा अमीन खान को सौंपा गया था।
दहेज उत्पीड़न की जांच कर रहे दरोगा ने समीर से बहन, बहनोई और भाइयों के नाम हटाने के लिए 30 हजार रुपये घूस की मांग की थी। समीर ने इसकी शिकायत सतर्कता अधिष्ठान में कर दी। इसके बाद एएसपी विजिलेंस बबिता सिंह ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ट्रैप टीम गठित की।
शनिवार को हुआ एक्शन
विजिलेंस टीम ने आरोपी दरोगा को पकड़ने के लिए योजना बनाई। शनिवार को योजना के तहत 30 हजार रुपये लेकर समीर दारोगा को देने के लिए पहुंचे। उनके पीछे विजिलेंस की ट्रैप टीम भी थी। समीर ने जैसे ही दरोगा अमीन खान को रुपये दिए। ट्रैप टीम ने दरोगा को पकड़ लिया। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर ट्रैप टीम ने अमीन खान को गिरफ्तार कर लिया।
'कोई रिश्वत मांगे तो करें सूचित'
विजिलेंस एएसपी ने कहा कि सरकारी अधिकारी, राजपत्रित अथवा अराजपत्रित और अन्य सरकारी कर्मचारी अगर काम करने के बदले आपसे रिश्वत मांगे तो उसकी तत्काल शिकायत करें। उन्होंने रिश्वत विरोधी हेल्पलाइन नंबर-9454401866 पर लोगों से अपनी शिकायत दर्ज कराने की अपील की है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो कोई भी शिकायत करेगा, उन्हें तत्काल मदद मिलेगी। सूचना देने वाले का नाम और पता गुप्त रखा जाएगा। उसकी पहचान भी उजागर नहीं की जाएगी।