भोपाल
मध्यप्रदेश में बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। बरगी, बाणसागर जैसे 10 बड़े बांध छलक उठे हैं। शिवपुरी में सिंध नदी में उफान आने से टापू पर 18 लोग फंस गए हैं। पुलिस के साथ एसडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी है। मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. जबकि शेष जिलों में हल्की से मध्यम बरसात होने का अनुमान जताया है.
बता दें मप्र में 21 जून को मानसून की एंट्री हुई थी. मानसून की दस्तक के बाद शुरुआत में भले ही अच्छी बारिश नहीं हुई, लेकिन इसके बाद से प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है. प्रदेश में अब तक 23.3 इंच से ज्यादा बरसात हो चुकी है. झमाझम बारिश की वजह से नदी-तालाब सभी उफान पर है, जबकि 10 बड़े बांध भी लबालब हो गए, जिनके गेट खोलना पड़ रहे हैं.
जबलपुर में बरगी बांध 94 प्रतिशत भर चुका है। ऐसे में सोमवार दोपहर तीन गेट और खोले जा सकते हैं। नर्मदापुरम में भी नर्मदा का जलस्तर सामान्य से 20 फीट ऊपर है। फिलहाल, नर्मदा खतरे के निशान से 13 फीट नीचे बह रही है। सोमवार को जलस्तर बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने सोमवार को भी इंदौर, उज्जैन, सागर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 13 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में डेढ़ महीने के अंदर 23.3 इंच बारिश हो चुकी है यानी सीजन के कोटे का 62% पानी गिर चुका है। सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से एमपी में भारी बारिश का दौर चल रहा है।
रात में सोए, सुबह उठे, तो चारों ओर पानी दिखा
शिवपुरी में कोलारस थाना क्षेत्र के भड़ौता-रन्नौद मार्ग पर रेशम माता मंदिर के पास सिंध नदी पर पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। काम में जुटे मजदूरों को सिंध नदी किनारे ठाकुर बाबा मंदिर के टापू पर ही शेल्टर बनाकर ठहराया गया है। रविवार रात मजदूर शेल्टर में सोए हुए थे। सुबह जब सभी मजदूर उठे, तो वह चारों तरफ से नदी के पानी से घिर चुके थे। बताया जा रहा है कि रात में ऊपरी हिस्सों में हुई बारिश के चलते नदी में उफान आ गई।
रविवार को 25 जिलों में बारिश
रविवार को भी प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में बरसात हुई. सबसे ज्यादा बारिश ग्वालियर में 1.8 इंच दर्ज की गई, जबकि पचमढ़ी में 1.7 इंच, शिवपुरी-शाजापुर में डेढ़ इंच, गुना में 1.1 इंच, टीकमगढ़ में 1.2 इंच, सीहोर में 1.5 इंच बारिश दर्ज की गई.
आज इन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, इन जिलों में नर्मदापुरम, रायसेन, बैतूल, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, दमोह, सागर और छतरपुर जिले शामिल हैं, जबकि सीहोर, विदिशा, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, इंदौर, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा में हल्की से मध्यम बारिश की स्थिति रहेगी.
25 से ज्यादा जिलों में हुई बारिश
रविवार को 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा ग्वालियर में 1.8 इंच, पचमढ़ी में 1.7 इंच, शिवपुरी-शाजापुर में डेढ़ इंच, गुना में 1.1 इंच, टीकमगढ़ में 1.2 इंच पानी गिरा। टीकमगढ़, रतलाम, बैतूल, सतना, छिंदवाड़ा, भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, दमोह, खजुराहो, मलाजखंड, धार, सिवनी, मंडला और नरसिंहपुर में भी बारिश हुई।
एमपी में अब तक 20% बारिश ज्यादा हुई
प्रदेश में मानसून की एंट्री 21 जून को हुई थी। एक सप्ताह में ही पूरे प्रदेश में मानसून छा गया था, तभी से तेज बारिश का दौर चल रहा है। इस वजह से अब तक 20 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है।
प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में औसत से 22% और पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में औसत से 17% अधिक बारिश हो चुकी है। मौजूदा सिस्टम से पहले पूर्वी हिस्से में कम बारिश हुई थी।