भोपाल
डिप्थीरिया से बचाव के लिए बच्चों को प्रत्येक गुरुवार स्कूलों में टीका लगाया जाएगा। इसकी शुरुआत आठ अगस्त से होने जा रही है। प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में प्रत्येक गुरुवार को 'शालेय टीकाकरण दिवस' होगा। इसमें पांचवीं एवं 11वीं कक्षा के बालक-बालिकाओं को डीपीटी और टीडी का टीका लगाया जाएगा। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षित कर जानलेवा बीमारियों से मुक्त रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। पोलियो उन्मूलन की ही तरह बच्चों को शत-प्रतिशत डिप्थीरिया मुक्त बनाया जाएगा।
डिप्थीरिया गलघोटू बीमारी
डिप्थीरिया (गलघोटू) बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है। इसमें श्वास लेने में तकलीफ से पीड़ित बच्चों में 70 प्रतिशत की मौत हो जाती है। पहले यह बीमारी पांच वर्ष की उम्र तक होती थी, जिससे बचाव के लिए डीपीटी का टीका लगाया जाता था। अब यह बीमारी, 15-16 वर्ष तक की उम्र तक भी देखने को मिल रही है।
70 प्रतिशत बच्चों को लगा टीका
इस बीमारी से बचाव के लिए अब 10 और 16 वर्ष की उम्र वाले बच्चों को टीडी (टिटनेस, डिप्थीरिया) का टीका लगाया जा रहा है। प्रदेश में अगस्त 2022 में विशेष टीकाकरण अभियान में लक्ष्य के विरुद्ध 70 प्रतिशत बच्चों को ही टीका लग पाया, जिससे अब स्कूल में नियमित टीकाकरण किया जा रहा है।