नई दिल्ली
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को स्पेन को हराकर पेरिस ओलंपिक का कांस्य पदक जीता है। भारत ने पचास साल बाद ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक जीता। इसके साथ ही ओलंपिक में आठ बार की चैम्पियन भारतीय हॉकी टीम का यह 13वां पदक है। भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 30वें और 33वें मिनट में गोल दागा। वहीं स्पेन के लिए मार्क मिरालेस ने 18वें मिनट में गोल किया। इस जीत के साथ ही भारतीय हॉकी के अनुभवी गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कह दिया। भारत के गोलकीपर के लिए ये आखिरी इंटरनेशनल मैच था। खिलाड़ियों ने श्रीजेश को ये जीत समर्पित की है।
ओलंपिक में 44 साल बाद स्वर्ण जीतने का भारतीय हॉकी टीम का सपना जर्मनी ने तोड़ दिया था। सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों भारत को 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक मुकाबले में भारत ने 2-1 से जीत हासिल करके लगातार दूसरी बार कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। इससे पहले भारतीय टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी को हराया था। भारतीय हॉकी टीम ने 13वीं बार ओलंपिक में मेडल जीता है। भारत की ओर से हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल दागे और ये दोनों गोल पेनल्टी कॉर्नर पर आए।
भारत ने ओलंपिक में जीता 13वां मेडल
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के साथ ही ओलंपिक में अपने पदकों की संख्या 13 कर ली है। भारत आठ बार ओलंपिक चैंपियन रही है। हॉकी टीम ने रोम 1960 में सिल्वर मेडल जीता था। जबकि चार बार कांस्य पदक अपने नाम कर चुकी है।
स्पेन के खिलाफ ओलंपिक में भारत ने 11 में से आठ मैच जीते, एक हारा और दो ड्रॉ खेले हैं। पिछले 6 मैचों में से पांच में भारत को जीत मिली है जिसमें फरवरी में प्रो लीग के दो मुकाबले शामिल हैं। एफआईएच डाटा हब के अनुसार भारत और स्पेन के बीच पिछले दस साल में 17 मैच खेले गए जिनमें से भारत ने सात, स्पेन ने पांच जीते और पांच ड्रॉ रहे।