भोपाल
राजधानी में लोकायुक्त पुलिस ने नगर निगम के सेवानिवृत्त अधीक्षण यंत्री प्रदीप कुमार जैन के एयरपोर्ट रोड पर लाॅर्ड कॉलोनी में स्थित आवास पर शुक्रवार सुबह छापामार कार्रवाई की। लोकायुक्त पुलिस को उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति जमा करने की शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। लोकायुक्त ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है। जैन के आवास के अलावा गोविंदपुरा इलाके में स्थित स्मार्ट सिटी कंपनी में उनके दफ्तर में भी छापामार कार्रवाई की गई, जहां वह फिलहाल संविदा पर नियुक्त हैं।
छापामार कार्रवाई के दौरान जैन के आवास से एक लाख रुपये से अधिक नकदी व सोने-चांदी जेवरात मिले हैं। इसके अलावा भोपाल में ही दस से ज्यादा जगहों पर जमीन, संपत्ति के कागजात मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। वह पिछले दिनों ही कनाडा की यात्रा से वापस लौटे हैं। उन पर विदेशों में भी निवेश करने का शक है। लॉर्ड कॉलोनी में उनका आवास 6000 स्क्वेयर फीट एरिया में बना है। कॉलोनी में सबसे बड़ा आवास उनका ही है। इसमें उनका बेटा रहता है।
स्मार्ट सिटी में मिली संविदा नियुक्ति
नगर निगम से सेवानिवृत्त होने के बाद पीके जैन फिलहाल स्मार्ट सिटी कंपनी में संविदा नियुक्ति पर हैं। वह स्मार्ट सिटी में प्रभारी चीफ इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे हैं।