भोपाल
भोपाल में विधायक और सांसदों के लिए बनाई गई मल्टी स्टोरी बिल्डिंग रचना टावर में बुधवार को सुबह 12 लाख की लूट करने वाले बदमाशों का पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। शुक्रवार को पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर लूट की घटना का अपने तरीके से रिक्रिएशन किया था। इस दौरान एसीपी गोविंदपुरा दीपक नायक और एसीपी मिसरोद संभाग रजनीश कश्यप शामिल हुए। इधर, पुलिस की सात टीमें ने अपने स्तर पर जानकारी जुटाने की कोशिश में लगी है।
कंपनी के कर्मचारी पर शक
पुलिस की शुरुआती जांच में अब इस लूट के पीछे पेशेवर बदमाशों के यूपी, बिहार के गिरोह के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। इसके पीछे शराब कंपनी के एक कर्मचारी पर पुलिस को संदेह है, उससे घटना के बाद से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक रचना टावर में शराब कंपनी का दफ्तर अवैध रूप से चलाया जा रहा था। पुलिस ने आरोपितों का सुराग देने पर 30 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है।
फरियादी का दर्ज किया बयान
लूट के फरियादी मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल के बयान गोविंदपुरा पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपित को नहीं जानते, पहले उन्हें कभी देखा भी नहीं। दोनों की उम्र 25-30 साल के बीच रही होगी। आरोपितों ने कट्टा तानने के बाद हाथ पीछे रखने के लिए कहा। किसी भी तरह की हरकत करने पर भेजा उड़ा देने की धमकी दी थी। लिहाजा मैने कोई विरोध नहीं किया। उन्हें कलेक्शन से भरे बैग को दिखा दिया और आरोपित उसे लेकर भाग निकले।
घटना के रिक्रिएशन के लिए पहुंचे दोनों एसीपी
इस लूट का रिक्रिएशन करने के लिए एसीपी गोविंदपुरा दीपक नायक और एसीपी मिसरोद संभाग रजनीश कश्यप रचना टावर के एआईजी विंग में फ्लैट नंबर 108 पर पहुंचे और घटना वाले दिन की तरह नाट्य रूपांतरण किया गया।