एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब जन धन खातों से कैश निकालने के लिए 100 रुपये चार्ज के रूप में देना होगा. पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने ऐसी ही दो अन्य खबरों की जांच की है.
खातों से कैश निकालने संबंधी तीन खबरें लोगों को परेशान करनी वाली थीं. इसमें से सबसे पहली खबर में कहा गया कि सरकारी क्षेत्र के कुछ बड़े बैंक अब अकाउंट से कैश निकालने और जमा करने पर चार्ज बढ़ाने वाले हैं. दूसरी खबर में दावा किया गया कि जन धन खातों से कैश निकालने पर 100 रुपये चार्ज देना होगा. तीसर खबर में दावा किया गया कि बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने बचत खातों में कैश डिपॉजिट व विड्रॉल करने पर चार्ज बढ़ा दिया है. लेकिन, अब पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने इन तीनों दावों को गलत करार दिया है. इस बारे में पीआईबी ने एक ट्वीट जारी कर जानकारी दी है.
PIB एक सरकारी एजेंसी है जो भारत सरकार की पॉलिसी, कार्यक्रम पहल समेत अन्य उपलब्धियों के बारे में अखबार और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को सूचना देती है. हाल ही में, फर्जी खबरों पर नकेल कसने के लिए पीआईबी ने फैक्ट चेक काम शुरू किया गया है. इसके तहत भ्रामक जानकारियों की पड़ताल की जाती है ताकि आम लोगों तक सही सूचना मिल सके.
पहले ट्वीट में लिखा गया है कि एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि कुछ बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ाने का निर्णय किया है.
PIB Fact Check ने जांच के बाद कहा है कि यह यह दावा गलत है. उक्त बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के चार्ज बढ़ाने का कोई निर्णय नहीं लिया है.
इसी प्रकार दूसरे ट्वीट में कहा गया है कि #जनधन खातों से हर नकद निकासी पर 100 रूपए चार्ज किये जायेंगे.
PIB Fact Check का कहना है कि यह दावा गलत है. जनधन खातों की मुफ्त बैंकिंग सेवाओं के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता हैI इस सन्दर्भ में आरबीआई के दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाता है.
तीसरे ट्वीट में लिखा गया है कि बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ा दिए हैं.
PIB Fact Check का कहना है कि यह दावा गलत है. बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने सूचित किया है कि बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के चार्ज बढ़ाये नहीं गए हैं.भ्
रामक खबरों के खिलाफ आप भी कर सकते हैं शिकायत
आपको बता दें कि सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, इस बारे में पता करने के लिए आप PIB Fact Check की मदद ले सकते हैं. कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 918799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है.