लखनऊ
संसद का मानसून सत्र समाप्त होते ही समाजवादी पार्टी मुख्यालय पर शनिवार को चुनावी हलचल तेज हो गई। प्रदेश में 10 सीटों पर हाेने वाले विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश मुख्यालय पहुंचे तो उनसे मिलकर टिकट पाने के लिए कई दावेदारों का तांता लग गया। इस बीच फैजाबाद लोकसभा की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनावी रणभेरी फूंकने पहुंचे तो ठीक उसी समय अखिलेश यादव ने फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद को बुलाकर अपनी बिसात भी बिछा दी। करीब 25 मिनट तक अखिलेश यादव से मंथन के बाद अवधेश प्रसाद सभागार से बाहर निकले तो उनके चेहरे पर प्रसन्नता साफ दिखी। समर्थकों से बोले क्षेत्र में जाओ और तैयारी शुरू कर दो। माना जा रहा है कि उनके बेटे को उपचुनाव लड़ने का ग्रीन सिग्नल मिल गया है।
तैयारियों ने दिया संकेत
शनिवार की तैयारियों ने संकेत दे दिया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए भी मिल्कीपुर उपचुनाव का केंद्र होगा। प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, फूलपुर, गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, कुंदरकी,मझवां और सीसामऊ पर उपचुनाव होना है, उसमें पांच सीटें करहल, मिल्कीपुर, कुंदरकी, कटेहरी, सीसामऊ पर सपा ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी।
मिल्कीपुर से विधायक रहे अवधेश प्रसाद , कटेहरी से विधायक लालजी वर्मा, कुंदरकी से जियाउर्रहमान बर्क और करहल से अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। उनके चुनाव जीतने से यह सीटें खाली हुई हैं। इसके अलावा कानपुर की सीसामऊ सीट से विधायक रहे इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद रिक्त घोषित हुई इस सीट पर उपचुनाव होना है।
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सपा किसे दे सकती है टिकट?
सपा फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर के सांसद लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा को कटहरी, करहल से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ से इरफान सोलंकी की पत्नी या उनकी मां और कुंदरकी से पूर्व विधायक हाजी रिजवान को अपना उम्मीदवार बना सकती है। हाजी रिजवान सपा से विधायक रह चुके हैं। मीरापुर विधानसभा सीट पर पिछला चुनाव सपा ने राष्ट्रीय लोकदल के साथ मिलकर लड़ा था।
उस चुनाव में विजयी हुए चंदन चौहान अब सांसद बन गए हैं। मुस्लिम और जाट बहुल इस सीट पर सपा पूर्व सांसद कादिर राणा को मौका दे सकती है। सपा की नजर फूलपुर विधानसभा सीट पर भी है। इस सीट पर सपा वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में केवल 2792 वोटों से हारी थी। इस बार पार्टी किसी कुर्मी को प्रत्याशी बना सकती है। मीरजापुर की मझवां सीट पर सपा बिंद प्रत्याशी को टिकट दे सकती है। खैर और गाजियाबाद विधानसभा सीटों को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच मंथन चल रहा है।