अयोध्या
उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर में इस साल जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। इसके बाद से ही यहां भक्तों का तांता लगा हुआ है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए आ रहे हैं। हालांकि, मंदिर के निर्माण का अभी काफी काम बाकी है लेकिन गर्भगृह में रामलला की स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए गए हैं। तमाम वीआईपी लोगों के अलावा देश और विदेश से भी श्रद्धालु भगवान राम के दर्शन करने और चढ़ावा चढ़ाने के उद्देश्य से अयोध्या पहुंच रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर में हर महीने औसतन 1 करोड़ का चढ़ावा आ रहा है।
राम मंदिर परिसर में 6 काउंटर बने हैं, जहां पर दान की राशि जमा होती है। ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक, अब तक 5000 करोड़ की धनराशि जमा होने का अनुमान है, जिसमें एक महीने तक चले निधि समर्पण संग्रह अभियान के 3200 करोड़ भी शामिल हैं। 10 महीने पहले विदेश के श्रद्धालुओं से भी दान लेने की वैधानिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऑनलाइन दान की राशि भी जमा हो रही है। जानकारी मिली है कि विदेश से भी 10 करोड़ की धनराशि मंदिर ट्रस्ट के खाते में दान से आ चुकी है। हालांकि, राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दान में कई करोड़ की लागत के सोने-चांदी के उपहार और अन्य सामाग्रियां भी मिली हैं। सभी सामग्री बैंक लॉकर मे रखी गई हैं।
मेले में बढ़ती है दान राशि
मंदिर ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर में हर महीने करीब 1 करोड़ रुपये का दान आ रहा है। मंदिर में दानराशि जमा करने के लिए 6 काउंटर बनाए गए हैं। यात्री सुविधा केंद्र के अलावा मंदिर के दर्शन मार्ग और दोनों ट्रस्ट के कार्यालयों पर दान काउंटर बने हैं। उन्होंने बताया कि जब बाहर के प्रांतों की भीड़ दर्शन के लिए बढ़ती है तो दान राशि में इजाफा होता है। मेला और पर्वों पर स्थानीय या सरहदी जिलों के श्रद्धालु आते हैं तो दान राशि कम रहती है। उन्होंने बताया कि सावन झूला मेला में काफी भीड़ आ रही है लेकिन उसके मुताबिक दान राशि नहीं बढ़ रही है।
अयोध्या में नित्य दर्शन पास का क्रेज नहीं
राममंदिर में रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या के लोगों उत्साह नजर नहीं आ रहा है। हाल यह है कि मंदिर की तरफ से नित्य दर्शन के लिए अब तक केवल 200 पास ही जारी किए गए हैं। मंदिर ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया 18 जुलाई से संत-महंतों व अयोध्या के आम नागरिकों के लिए सुगम दर्शन का पास जारी का निर्णय लिया था। इस बीच दोनों कार्यालयों से 200 पास ही जारी हुए हैं। प्रकाश गुप्ता ने बताया कि यह पास 6 महीने के लिए अयोध्या के लोगों के लिए जारी किए गए हैं। हालांकि उम्मीद के इतर काफी कम लोगों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को पास जारी हुए हैं वे भी रोजाना दर्शन करने नहीं आ रहे हैं।