भोपाल
भोपाल जिसे सिटी ऑफ लेक्स के नाम से जाना जाता है, वह अब सिटी ऑफ रोज भी बनने जा रहा है। भोपाल में सात से 13 जनवरी, 2028 के बीच भारत का पहला और 21 वां वर्ल्ड रोज कन्वेंशन आयोजित किया जाना है, जिसमें करीब 40 देश शामिल होंगे। इस आयोजन की तैयारी की जा रही है। यहां अगले तीन वर्षों में हर छोटे-बड़े पार्क से लेकर सड़कों के किनारे गुलाब के पौधे रोपे जाएंगे।
सिटी ऑफ रोज की तर्ज पर सजेगा भोपाल
एमपी रोज सोसायटी और इंडियन रोज फेडरेशन के इस भव्य आयोजन के लिए होस्ट सिटी भोपाल को सिटी ऑफ रोज की तर्ज पर सजाया जाएगा। भोपाल नगर निगम और जिला प्रशासन ने हाल ही में एमपी रोज सोसायटी के पदाधिकारियों साथ बैठक करके कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया।
भोपाल में फिलहाल तीन बड़े रोज गार्डन हैं। इनमें नेहरू रोज गार्डन बरखेड़ा, विधानसभा गार्डन और लिंक रोड स्थित रोज गार्डन शामिल हैं।
एमपी रोज सोसायटी के सदस्य एसएस गदरे ने बताया कि शहर के कई रोज गार्डन आज मृतप्राय: अवस्था में हैं, पहले उन्हें जीवंत किया जाएगा।
इसके बाद नगर निगम के 140 छोटे-बड़े गार्डन तथा पीडब्ल्यूडी के कुछ बड़े गार्डनों में गुलाब के पौधे बडिंग ग्राफ्टिंग प्रक्रिया से रोपे जाएंगे। ऐसे 150 से अधिक गार्डन गुलाबों से महकेंगे।
इसके साथ ही तीनों लिंक रोड, एयरपोर्ट रोड और वीआइपी रोड के सेंट्रल वर्ज में भी गुलाब के पौधे रोपे जाएंगे। हालांकि इसके लिए करीब एक वर्ष का समय लग सकता है।
कलकत्ता, बेंगलुरु से आएंगे सबसे ज्यादा गुलाब
शहर को रोज सिटी बनाने के लिए देशभर से गुलाब की खास किस्म भोपाल लाकर लगाई जाएगी। इसमें भी कोलकाता, बेंगलुरू और हिमाचल के तराई क्षेत्रों से सबसे ज्यादा गुलाब की किस्में आएंगी। इनके रोपण व रोज गार्डनों की देखरेख के लिए नगर निगम के 700 में से करीब 400 गार्डनरों को रोज सोसायटी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
चीन को पछाड़कर भोपाल का चयन
एमपी रोज सोसायटी के सदस्य एसएस गदरे के अनुसार, वर्ष 2022 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड रोज कनवेंशन हुआ था, तब अगले आयोजन के लिए भारत और चीन ने दावेदारी की थी। 40 में 39 देशों ने वोटिंग में भाग लिया था। इनमें से 33 ने भारत के पक्ष में वोट दिया, जबकि छह वोट चीन को मिले।
भारत को मिली मेजबानी
इस तरह भारत को वर्ष 2028 में होने वाले वर्ल्ड रोज कनवेंशन की मेजबानी मिली। एमपी रोज सोसाइटी ने इंडियन रोज एसोसिएशन के समक्ष भोपाल में यह आयोजन करने का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वीकार कर लिया गया। आयोजन में भोपाल में विश्व के 40 देशों के प्रतिनिधि आकर यहां गुलाब की सुंदरता को निहारेंगे।