देश

कोलकाता की पीड़िता का नाम उजागर कर बुरे फंसे ध्रुव राठी, फिलहाल एक गलती की वजह से निशाने पर

नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के दौरान सुर्खियां बटोरने वाले यूट्यूबर ध्रुव राठी फिलहाल एक गलती की वजह से निशाने पर हैं। उन्होंने कोलकाता में रेप और मर्डर का शिकार हुई डॉक्टर की पहचान सोशल मीडिया पर उजागर कर दी। इसके बाद से ध्रुव राठी आलोचना के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने भले ही अब अपनी एक्स पोस्ट को डिलीट कर दिया है, लेकिन लोगों का गुस्सा थमा नहीं है। ध्रुव राठी ने एक पोस्ट लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था, 'पश्चिम बंगाल में रेप और मर्डर का केस दिल तोड़ने वाला है। इसने डॉक्टरों के लिए कामकाज की अमानवीय स्थितियों को भी उजागर किया है। पश्चिम बंगाल में उनकी सुरक्षा नहीं है और उन्हें बेहद कठिन हालातों में काम करना पड़ रहा है।'

इसके आगे उन्होंने लिखा कि उम्मीद है कि सीबीआई इस मामले में तेजी से जांच करेगी और न्याय दिलाएगी। इसके साथ ही ध्रुव राठी ने हैशटैग निर्भया 2 लिखा था। इस पर लोगों ने आपत्ति जताई और पीड़िता को 'निर्भया 2' कहकर संबोधित करने को असंवेदनशील बताया। इस पर ध्रुव राठी ने गलती मानी और पोस्ट को ही डिलीट कर दिया। ध्रुव राठी ने यह भी बताया कि क्यों वह यह ट्वीट डिलीट कर रहे हैं। राठी ने कहा कि कुछ लोगों ने कहा था कि पीड़िता को निर्भया 2 कहना असंवेदनशील है। मुझे यह बात सही लगी।

हालांकि विवाद थमा नहीं क्योंकि ध्रुव राठी ने जो नया पोस्ट लिखा, उससे लोग और भड़क गए। इस बार ध्रुव राठी ने हैशटैग के साथ पीड़िता का नाम ही लिख डाला। इस पर वह बुरी तरह घिरे और लोग उनके खिलाफ ऐक्शन की मांग कर रहे हैं। वकील प्रशांत उमराव ने तो ट्वीट किया, 'रेप पीड़िता की जब मौत हो गई है, तब भी उसका नाम उजागर नहीं होना चाहिए। ऐसा फैसला सुप्रीम कोर्ट ने ही दिया था।' कई लोगों ने यह सवाल भी दागा कि इससे बढ़िया तो जो पहले लिखा था, वही सही था। बता दें कि कोलकाता कांड में आरोपी संजय रॉय को अरेस्ट कर लिया गया है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर के मां और बाप ने गैंगरेप की आशंका जताई है।

Tags

जनसम्पर्क विभाग – आरएसएस फीड

PRATYUSHAASHAKINAYIKIRAN.COM
Editor : Maya Puranik
Permanent Address : Yadu kirana store ke pass Parshuram nagar professor colony raipur cg
Email : puranikrajesh2008@gmail.com
Mobile : -91-9893051148
Website : pratyushaashakinayikiran.com