गाजीपुर
19 अगस्त को श्रावण मास का अंतिम सोमवार है। इसके पहले रविवार को सांसद अफजाल अंसारी ने विभिन्न मंदिरों में जाकर दर्शन-पूजन किया। क्षेत्रीय जनता से उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान सपा के कई कार्यकर्ता और अफजाल अंसारी के समर्थक मौजूद रहे। इसके राजनीति गलियारों में निहितार्थ निकाले जा रहे है।
सांसद अफजाल अंसारी रविवार को करंडा क्षेत्र के परमेठ स्थित नवल नाथ बाबा के मंदिर में पहुंचकर दर्शन पूजन किए। उन्होंने मंदिर में घंटा भी चढ़ाया। इस दौरान सांसद अफजाल अंसारी अपने समर्थकों के साथ शिवलिंग की पूजा करते देखे गए। इसके बाद सांसद अफजाल अंसारी का काफिला चोचकपुर स्थित मौनी बाबा धाम पहुंचा। जहां पर उन्होंने दर्शन पूजन के बाद धाम के महंत से मुलाकात की। सपा सांसद अफजाल अंसारी का श्रावणके महीने में क्षेत्र का भ्रमण करते हुए विभिन्न मंदिरों में दर्शन पूजन करना सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। मंदिर में कुछ देर तक दर्शन-पूजन करने के बाद सांसद अफजाल अंसारी बयपुर स्थित गंगा बाबा आश्रम पहुंचे, वहां पर दर्शन करते हुए मौजूद स्थानीय लोगों से बातचीत की।
सेकुलर इमेज बनाना जरूरी
लोकसभा चुनावों के दौरान अफजाल अंसारी की बेटी का शिवालय में जाने के फोटो ने सोशल मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी थी। तब बीजेपी नेताओं ने इसे राजनीति लाभ के लिए उठाया गया कदम करार दिया था। इससे पहले अफजाल अंसारी का हथियाराम मठ जाने और मंदिरों में जाने की तस्वीरों पर सियासी गलियारों में तमाम चर्चाएं होती रही है। राजनीति पर नजदीक नजर रखने वालों की माने तो गाजीपुर में कुल वोटरों के महज 8 से 9 फीसदी ही वोटर मुस्लिम माइनॉरिटी कम्युनिटी के हैं। ऐसे में सियासत करने वालों के सामने खुद की सेकुलर इमेज स्थानीय राजनीति के लिहाज से मुफीद मानी जाती है।