भोपाल :
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। उप स्वास्थ्य केंद्रों में ज़िला चिकित्सालय स्तर की सेवाओं के लिए चिकित्सक, विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ विभिन्न स्वास्थ्य जाँच सुविधाओं के प्रदाय के प्रयास किए गये हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में ही उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का प्रदाय होगा साथ ही ज़िला चिकित्सालय में भी दबाव कम होगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र को प्रायोरिटी क्षेत्र में शामिल कर विशेष फोकस प्रदान किया है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल भोपाल में निजी न्यूज़ चैनल के “जनता मांगे जवाब” कार्यक्रम में शामिल हुए।
उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं के साथ मरीज़ों परिजन का अनुभव अच्छा हो
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में मरीज़ को विधिवत रूप से अटेंड किया जाये। आवश्यक जाँच समय से हों, जाँच उपरांत विधिवत उपचार और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो इसके लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं के साथ आगंतुकों को अच्छा अनुभव हो, सहयोगी वातावरण उपलब्ध हो यह सुनिश्चित करना सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य के विभिन्न मानकों में देश के अग्रणी राज्य में शामिल करने के लिए अधोसंरचना विकास, जाँच सुविधा, चिकित्सकीय सहायक चिकित्सकीय स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता के प्रयास किए जा रहें हैं। इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सशक्त और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य मानकों के सुधार के रूप में शीघ्र परिलक्षित होंगे।
हर ज़िले में मेडिकल कॉलेज स्थापित होंगे
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश के हर ज़िले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो इस विजन के साथ समस्त माध्यमों और संसाधनों पर एकीकृत प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए निजी निवेश को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। पीपीपी मोड पर वर्तमान में 12 ज़िलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना से स्वास्थ्य क्षेत्र में मैनपॉवर की उपलब्धता बढ़ेगी साथ ही स्वास्थ्य सेवाएँ सशक्त होंगीं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान वर्ष में एनएमसी से नीमच, मंदसौर और सिवनी मेडिकल कॉलेज के संचालन की अनुमति प्राप्त हो चुकी है। आगामी वर्ष में 6 मेडिकल कॉलेज की अनुमति प्राप्त होने के लिए आवश्यक कार्य पूर्ण कर लिए जायेंगे।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से वर्चुअली शामिल नागरिकों के हिन्दी में एमबीबीएस, पीएम एम्बुलेंस सेवा, आयुष्मान भारत योजना, दवाओं की उपलब्धता, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश और विंध्य क्षेत्र में अधोसंरचना और पर्यटन के क्षेत्र में विकास कार्यों सहित अन्य प्रश्नों में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों, योजनाओं और प्रयासों की जानकारी दी।