ब्लॉकेज की वजह से नसें सिकुड़ जाती हैं। इसके कारण ही हार्ट अटैक आता है। अक्सर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को इसकी मुख्य वजह माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह अकेला नसों को नहीं सिकोड़ता बल्कि कैल्शियम की वजह से भी नसें जाम हो सकती हैं। अगर आप हाई कैल्शियम फूड्स खा रहे हैं तो इसका काफी ध्यान रखें।
खाली कैल्शियम फूड्स लेने से यह दिक्कत पैदा नहीं होती। बल्कि यह सप्लीमेंट ले रहे लोगों को परेशान कर सकती है। क्योंकि सप्लीमेंट में कैल्शियम की डोज ज्यादा होती है और उसके साथ बहुत मात्रा में डाइटरी कैल्शियम लेने से मुसीबत खड़ी हो सकती है। दोनों की ज्यादा मात्रा मिलाकर आर्टरीज में कैल्शियम प्लाक बन सकता है।
नसों को सिकोड़ देगा ज्यादा कैल्शियम
हार्वर्ड के मुताबिक कैल्शियम का जमाव होने से आर्टरी ब्लॉक हो सकती है। कुछ साल पहले छपी एक स्टडी ने इस खतरे को बढ़ा दिया है। BMJ पर छपी रिपोर्ट में देखा गया कि कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अचानक मौत होने का खतरा ज्यादा होता है।
रोज चाहिए इतना कैल्शियम
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक एक सामान्य व्यक्ति को ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए रोजाना 400 से 500 mg कैल्शियम की जरूरत होती है। वहीं आधिकारिक सलाह के मुताबिक एक व्यक्ति को 19 साल से 50 साल की उम्र तक रोज 1000 mg कैल्शियम लेना चाहिए।
केवल कैल्शियम के भरोसे न बैठें
कैल्शियम की जरूरत हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए होती है। मगर हार्वर्ड कहता है कि केवल इस मिनरल पर जोर नहीं लगाना चाहिए। आपको कुछ और काम भी करने चाहिए जिससे बोन डेंसिटी बढ़ती है और शरीर बेहतर तरीके से कैल्शियम का इस्तेमाल करता है।
हड्डियों को मजबूत बनाते हैं ये काम
चलना, दौड़ना, टेनिस जैसी फिजिकल एक्टिविटी
पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी लेना
पालक, केल आदि हरी पत्तेदार सब्जियों से विटामिन-के लेना
नसों को ब्लॉक करने वाली चीजें
हम जान ही चुके हैं कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और कैल्शियम के जमाव कारण नसें ब्लॉक हो सकती हैं। लेकिन इसके अलावा भी दो चीजें हैं जो आपकी आर्टरी में ब्लॉकेज कर सकती हैं। इसमें वेस्ट प्रॉडक्ट और फाइब्रिन का नाम आता है। फाइब्रिन एक तत्व है जो ब्लड क्लॉट बनाने में मदद करता है।