उज्जैन
महाकाल, कालभैरव मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही निजी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा श्रद्धालुओं से आए दिन मारपीट करने के बढ़ते मामले और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने पर शासन ने बदलाव का निर्णय लिया है। सीएम डाॅ. मोहन यादव ने होमगार्ड को सुरक्षा का जिम्मा देने की घोषणा की है।
शिप्रा नदी पर भी बढ़ेंगे जवान
घोषणा के बाद तीन नई कंपनियों के लिए 540 जवानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। गृह विभाग ने प्रतिवेदन मांगा है। इसके अलावा शिप्रा नदी पर लोगों की सुरक्षा के लिए भी जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था अब होमगार्ड के जवान संभालेंगे।
मुख्यमंत्री ने की है घोषणा
मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव ने इसकी घोषणा की है। इसके बाद से ही गृह विभाग ने उज्जैन के होमगार्ड अधिकारियों से प्रतिवेदन मांगा है। होमगार्ड के जिला सेनानी संतोष कुमार जाट ने बताया कि वर्तमान ने निजी सुरक्षा कंपनी के 700 कर्मचारी तैनात है।
तीन कंपनियां संभालेंगी इंतजाम
होमगार्ड की तीन कंपनियां ही महाकाल की दर्शन व्यवस्था, भस्म आरती व्यवस्था, सभी द्वार व प्रोटोकाल व्यवस्था संभाल लेगी। एक कंपनी में 180 लोग होते है। इनमें एक कंपनी कंमाडर, प्लाटून कमांडर सहित 15 अधिकारी व 170 जवान शामिल रहते है।
540 जवान रहेंगे तैनात
तीन कंपनियों में कुल 540 जवान रहेंगे। महाकाल मंदिर के अलावा काल भैरव मंदिर पर 50, मंगलनाथ मंदिर पर 30, चिंतामन मंदिर पर 12 तथा शनि मंदिर त्रिवेदी पर भी 15 जवानों को तैनात किया जाएगा। यह जवान स्थाई रूप से मंदिर की सुरक्षा के लिए ही भर्ती किए जाएंगे।
अभी है यह स्थिति
इसके अलावा शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों जिसमें रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, सिद्ध आश्रम घाट, रविदास घाट, सुनहरी घाट सहित अन्य पर भी शिप्रा नदी में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहती है। उनकी सुरक्षा की व्यवस्था के लिए भी एक कंपनी अलग से तैनात की जाएगी। वर्तमान में 40 जवान आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में डयूटी पर तैनात हैं।