भोपाल
ग्वालियर रीजन में सूचना प्रौदयोगिकी जनित सेवाओं, और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन और मैन्यूफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिये आईटी कंपनियों को निवेश के लिये प्रोत्साहन दिया जा रहा है। ग्वालियर रीजन में इस क्षेत्र के अनुकूल इकोसिस्टम उपलब्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्वालियर में 28 अगस्त को हो रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आई सेक्टर में निवेश बढ़ाने प्रमुख कंपनियों से निवेश पर चर्चा करेंगे। इस सेक्टर में निवेश बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। मध्यप्रदेश की जीडीपी में आईटी सेक्टर का योगदान पांच बिलियन डॉलर है। फिलहाल प्रदेश में 15 आईटी पार्क हैं। ग्वालियर में 75 एकड़ में आईटी पार्क है। आईटी बिल्डिंग 73 हजार वर्ग फीट में है और इसमें 20 हजार 400 वर्ग फीट स्थान खाली है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रृंखला आयोजित करने की शुरूआत की है। इसका उददेश्य प्रदेश के सभी प्रमुख क्षेत्रों में समान रूप से औदयोगिक निवेश बढ़ावा देना है। उज्जैन से इसकी शुरूआत हुई। जबलपुर में दूसरी कॉन्क्लेव और ग्वालियर में तीसरी कान्क्लेव हो रही है। इसके बाद सागर, रीवा और भोपाल में होगी। भोपाल में अगले वर्ष फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है।
ग्वालियर कॉन्क्लेव में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की आईटी सेक्टर में निवेश क्षमताओं एवं संभावनाओं को निवेशक विस्तार से जानेंगे। इससे ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की औद्योगिक संभावनाओं की प्रभावी ब्रांडिंग की जायेगी, जिससे निवेश के लिये बेहतर वातावरण बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव वर्चुअली औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन करेंगे। निवेशकों को भूमि आवंटन आदेश वितरित करेंगे। प्रमुख उद्योगपतियों के साथ चर्चा करेंगे।
प्रदेश में संतुलित आर्थिक विकास की कल्पना को साकार रूप देने के लिये होने वाले इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य क्षेत्रीय क्षमता का दोहन करना और औद्योगिक विकास में असमानताओं को दूर करना है। कॉन्क्लेव के माध्यम से निवेशकों का गवालियर-चंबल क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं और अवसरों की जानकारी देकर क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है। कॉन्क्लेव में नीदरलैण्ड, घाना, कनाडा एवं मैक्सिकों सहित अन्य कई देशो के प्रतिनिधि सहभागिता कर रहे हैं। साथ ही देश के प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों, सहित लगभग 2500 से अधिक डेलीगेटस भाग ले रहे हैं। चमड़ा और जूते, ऑटोमोबाइल, आईटी, ईएसडीएम, खनन, शिक्षा और पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योग प्रतिनिधि भाग लेंगे।
छह सत्रों में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में निवेश अवसरों पर फोकस
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर केंद्रित छह विषयगत/क्षेत्रीय सत्र आयोजित किए जाएंगे। एमएसएमई, ओडीओपी, आईटी, आईटीईएस और ईएसडीएम, स्टार्टअप, चमड़ा और फुटवियर, उच्च शिक्षा और कौशल, हथकरघा और हस्तशिल्प तथा पर्यटन सेक्टर की जानकारी दी जाएगी। चमड़ा और फुटवियर क्षेत्र के उद्योग विशेषज्ञों के साथ राउंड टेबल चर्चा भी होगी।
बायर-सेलर मीट
इस कार्यक्रम में 250 से अधिक क्रेता-विक्रेता बैठकें भी होंगी, जिसमें लगभग तीन हजार स्थानीय उद्यमी शामिल होंगे और निवेशकों को क्षेत्रीय अनुभव प्रदान करने के लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस तरह रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव औद्योगिक संभावनाओं की बेहतर तरीके से ब्रांडिंग, राज्य में निवेश के वातावरण को बेहतर बनाने, युवाओं के कौशल उन्नयन, निवेश एवं औद्योगिक गतिविधियों को सभी जिलों में समान रूप से बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा।