सना
लाल सागर में जल रहे तेल टैंकर से भरे जहाज की आग को बुझाने और उसे रेस्क्यू करने के लिए हूती विद्रोहियों ने इजाजत दे दी है। यमन के हूती प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम ने कहा कि समूह ने बचाव अभियान को अनुमति देने पर सहमति जताई है।
ओमान में रहने वाले अब्दुलसलाम ने देर रात हूतियों द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी के हवाले से कहा कि यह फैसला मस्कट में यूरोपीय संघ के राजदूतों के साथ बातचीत के बाद लिया गया है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने हूती टेलीविजन के हवाले से बताया कि लाल सागर में मौजूद जहाज में लगातार तेल रिसाव के कारण कई दिनों से आग जल रही है। जिसे रेस्क्यू कर इरिट्रिया के बंदरगाह पर ले जाया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने बुधवार को कहा कि ईरान समर्थित हूती समूह ने टगबोट और बचाव जहाजों को लाल सागर में क्षतिग्रस्त कच्चे तेल के टैंकर वाले जहाज तक पहुंचने की अनुमति देने के लिए एक अस्थायी संघर्ष विराम पर सहमति व्यक्त की है।
ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा, "कई देशों ने अंसारुल्लाह (हूतियों) से संपर्क साधा और टगबोट और बचाव जहाजों के प्रवेश के लिए अस्थायी संघर्ष विराम का अनुरोध किया है। मानवीय और पर्यावरणीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए अंसारुल्लाह ने इस अनुरोध पर सहमति जताई है।"
ज्ञात हो कि यमन के बंदरगाह शहर होदेइदाह के पास जहाज पर हमला किया गया था। पेंटागन के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि लाल सागर में जहाज में आग लगी हुई है और अब भी तेल रिस रहा है।
हूती ने कहा कि उन्होंने जहाज पर हमला किया है। बता दें कि विद्रोही फिलिस्तीनियों के समर्थन में लाल सागर से गुजर रहे हर एक जहाजों को निशाना बना रहा है। 150,000 टन कच्चे तेल को ले जाने वाले एमवी सोनियन नामक जहाज पर 23 अगस्त से आग लगी हुई है।
हूतियों के एक बयान के अनुसार, इस हमले में कई नावों, बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया गया था।