मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को प्रदेश के 15 जिलों के 23 नई तहसीलों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि नई तहसीलों के बनने से जिलों में राजस्व, प्रशासन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। विकास कार्यों को गति मिलेगी। साथ ही आम जनता को प्रशासनिक सुविधाएं बेहतर ढंग से मिल सकेंगी। इसके साथ ही किसानों और लोगों को जनहितकारी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा।
तहसीलों के शुभारंभ समारोह में मुख्यमंत्री ने 23 नई और 4 पुरानी तहसीलों के लिए कार्यालय भवन निर्माण और एक-एक वाहन की मंजूरी की घोषणा भी की। हर तहसील भवन का निर्माण 71 लाख 12 हजार रुपए की लागत से होना है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने 19 करोड़ 20 लाख रुपए की मंजूरी दी। साथ ही 27 गाड़ियों के लिए एक करोड़ 75 लाख रुपए की मंजूरी मिली। हर गाड़ी के लिए 6 लाख 50 हजार की मंजूरी दी गई है।
यहां शुरू हुईं नई तहसीलें
रायपुर जिले में खरोरा और गोबरा नवापारा नई तहसील बन गई है। धमतरी जिले में भखारा, दुर्ग जिले में बोरी और भिलाई-3, राजनांदगांव जिले में गंड़ई, बालोद जिले में अर्जुन्दा को तहसील बनाया गया है।बिलासपुर जिले में सकरी, रतनपुर और बेलगहना, मुंगेली जिले में लालपुर थाना, जांजगीर-चांपा जिले में सारागांव, बम्हनीडीह और बाराद्धार और कोरबा जिले में दर्री और हरदीबाजार को तहसील का दर्जा मिला है।वहीं सरगुजा में दरिमा, बलरामपुर-रामानुजगंज में रामचन्द्रपुर और सामरी, कोरिया में केल्हारी, सूरजपुर में लटोरी, जशपुर में सन्ना और सुकमा जिले में गादीरास तहसीलें होंगी।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद ज्योत्सना महंत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, विधायक धनेन्द्र साहू, पुरुषोत्तम कंवर, रश्मि सिंह, अनिता शर्मा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी और विनोद वर्मा उपस्थित थे।