टीकमगढ़
आंगनवाडी भवन का निर्माण कार्य हुआ था लेकिन अब आंगनवाड़ी भवन पूरी तरह से जर्जर स्थिति में हों गया हैं चारों तरफ़ दीवारे व छत गिरने की हालत में हैं ऐसे में जो भवन की छत हैं उसमें से सीमेंट का पलस्तर कई बार नीचे गिरता है और बारिश के मौसम में बरसात होने पर पानी छत से टप टप टपकता रहता हैं जिससे छोटे–छोटे नौनिहालों का यहां आना मुसीबत बन गया है ऐसे ऐसे जर्जर सरकारी भवनों को देखकर लगता हैं कि सिस्टम में घुन लग गया हों न तो किसी को छात्र छात्राओं की चिंता है न ही इन भवनों को नया बनाने की इच्छा ऐसे में ग्रामीणों में भी आक्रोश देखा जा रहा हैं जब इस संबंध में महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी महेश दोहरे से बात की तो उन्होंने बताया कि मैने जर्जर भवन की जगह पुराने पंचायत भवन में आंगनवाड़ी केन्द्र संचालित करवा दिया है और जनपद सीईओ को जर्जर आंगनवाड़ी केन्द्र को लेकर पत्र लिखा हैं जब उनसे पूछा कि जहां के छोटे छोटे बच्चे पंचायत भवन जाते है वहा से गांव की दूरी अधिक हैं तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो वही किराए के मकान में आंगनवाड़ी केन्द्र संचालित कराएंगे…
महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी मेरे संज्ञान में आया है में जांच करवाता हूं