आज का युग ज्ञान का युग, विद्यार्थी लक्ष्य तय कर आगे बढ़े- कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री श्री दिलीप जायसवाल
राष्ट्र की प्रगति में शिक्षकों की अहम भूमिका- राज्यमंत्री श्री दिलीप जायसवाल
जीवन में शिक्षकों के अनुभवों से सीख लेना चाहिए-विधायक
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षक व विद्यार्थी सम्मानित
शहडोल
मध्यप्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल ने लॉ कॉलेज परिसर शहडोल में शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम में सहभागिता निभाई। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यमंत्री श्री दिलीप जायसवाल ने मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि आज का युग ज्ञान का युग है, ज्ञान के बिना कुछ भी संभव नही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को लक्ष्य तय करके उस दिशा में निरंतर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक आदि बनने का सपना होता है, उन सपनों को पूरा करने के लिए विद्यार्थी टाइम टेबल बनाकर सभी विषयों को पढ़े तो निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी और विद्यार्थी संकल्प के साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़े और माता-पिता, गुरु, विद्यालय, गांव, जिला, प्रदेश, देश का नाम रोशन करें।
उन्होंने कहा कि माता-पिता हमारे लिए सब कुछ करते हैं पहले गुरु माता, दूसरा पिता, तीसरा शिक्षक, चौथा आध्यात्मिक गुरु, पांचवा दर्पण जो हमें वर्तमान की स्थिति से अवगत कराता है, हमारे जीवन में पांच गुरू अवश्य होते हैं। उन्होंने कहा कि गुरु हमें एक अच्छा इंसान बनाता है गुरु बुराइयों को दूर करके अपने ढांचे में ढालता है, राष्ट्र की प्रगति में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, शिक्षक राष्ट्र की नींव रखता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान शिक्षक थे, कई वर्षों तक पढ़ाने का कार्य किया है और देश के लिए समर्पित थे।
कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती सामान्य धरती नहीं है, मध्यप्रदेश के उज्जैन के संदीपनी आश्रम में भगवान श्री कृष्ण भी ज्ञान लेने के लिए आए थे और सबका ज्ञान अर्जित किए। उन्होंने कहा कि शहडोल की विराट नगरी का भी महाभारत काल में धर्म की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई षिक्षा नीति लागू की गई है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह ने कहा कि 5 सितम्बर 1888 को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान शिक्षक थें, इन्ही को याद करने के लिए, षिक्षक दिवस देष में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का बचपन गुरूओं के छाया में रहता है, हमें गुरूओ के अनुभवों से सदैव सीख लेना चाहिए।
मध्यप्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल द्वारा लॉ कॉलेज परिसर शहडोल में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित शिक्षक दिवस के गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों और विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद शहडोल शाखा के अध्यक्ष श्री सुनील सिंघल, सचिव श्री प्रदीप गुप्ता सहित, शिक्षक विद्यार्थी व अन्य लोग उपस्थित थे।