कटनी
विगत दिनों कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत झंडा बाजार स्थित श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में हुई चोरी का आज कोतवाली पुलिस ने किया पर्दाफाश कर दिया। जैन मंदिर में हुई चोरी में लिप्त 2 आरोपियों से मंदिर की दान पेटी व रकम बरामद की गई है।
पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश करते हुए कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के द्वारा थाना क्षेत्र में घटित होने वाली चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने व घटित घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उनका पर्दाफाश किए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
यह थी घटना
विगत 26 अगस्त 2024 को प्रार्थी अनिल सिंघई निवासी रघुनाथगंज कटनी ने कोतवाली ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए यह जानकारी दी की 25-26 अगस्त की दरम्यिानी रात में अज्ञात चोरों ने श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में पीछे से घुसकर पहली मंजिल में रखी दान पेटी को चोरी कर लिया है। जिसमें अनुमानित दान राशि 10 से 15 हजार रूपये रही होगी। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली कटनी में अज्ञात चोरों के खिलाफ धारा 331(4), 305(A) BNS का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
चोरों की तलाश में जुटी पुलिस
मंदिर में हुई चोरी जैसी संवेदनशील घटना को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल घटनास्थल पहुंचकर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया एवं मौके पर डॉग स्काट एवं फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ टीम को बुलाकर बारीकी से छानबीन की गई। मंदिर में लगे हुए सीसीटीव्ही कैमरे का अवलोकन किया गया जिसमें दो अज्ञात व्यक्ति दान पेटी को चोरी करके ले जाते दिखे। पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारी कोतवाली को उक्त मामले के आरोपियों की शीघ्र पकड़ कर मामले का खुलासा करने के निर्देश दिए गए।
लगाई गई विशेष टीमें
थाना प्रभारी कोतवाली निरी. आशीष कुमार शर्मा द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग टीमों का गठन कर मामले की बारीकी से छानबीन की गई। टीम द्वारा लगातार कड़ी मेहनत करते हुए घटनास्थल के आसपास व अन्य स्थानों के 100 से अधिक सीसीटीव्ही कैमरों का बारीकी से अवलोकन किया गया। मंदिर में लगे कैमरों में दिख रहे हुलिए के व्यक्तियों के बारे में मुखबिर तंत्र से लगातार संपर्क किया गया।
संदेहियों को दबोचने बनी रणनीति
सायबर सेल से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त हुलिए के एक संदेही के ग्राम घाट सिमरिया सीहोरा के होने एवं दूसरे संदेही के इटारसी में होने की जानकारी लगी। थाने से तत्काल उनि. अरूणपाल सिंह एवं उनि. महेन्द्र जायसवाल को स्टाफ के साथ संदिग्धों की पुष्टि करने हेतु रवाना किया गया। टीमों के द्वारा जब उक्त दोनों संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की गई तो उनके द्वारा कटनी के जैन मंदिर में चोरी करना स्वीकार किया। चोरी की गई दान पेटी के बारे में पूंछताछ करने पर बहोरीबंद के ग्राम कुंआ तालाब की मेड़ के पास पेटी तोड़कर उसमें रखे पैसे निकालकर पैसे आपस में बांट लेना व पेटी को झाड़ियों में फेंक देना बताया। आरोपियों के मेमोरेण्डम के आधार पर बताए गए स्थान से खाली दान पेटी बरामद की गई।
इन चोरों को दबोचा
जैन मंदिर में चोरी करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने गुलशन वैष्णव (बैरागी) पिता सीताराम बैरागी उम्र 29 वर्ष एवं रोशन वैष्णव (बैरागी) पिता सीताराम बैरागी उम्र 25 वर्ष दोनों निवासी ग्राम घाट सिमरिया थाना सिहोरा जिला जबलपुर को गिरफ्तार कर थाना लाया गया। दोनों आरोपी आपस में सगे भाई है जिनके विरुद्ध अन्य थानों में चोरी, मारपीट के प्रकरण पंजीबद्ध होना पाए गए है।
आरोपियान से घटना के संबंध में पूंछताछ करने पर बताया कि उन्होनें चार दिन पहले मंदिर के आसपास की रैकी की थी, जो मंदिर के पीछे का लकड़ी का दरवाजा टूटा हुआ था और उन्हें इस बात की भी जानकारी लगी थी कि जैन मंदिरों की दान पेटियों में काफी पैसा रहता है। इसी कारण जैन मंदिर को निशाना बनाया था।
चोरी का माल बराबर में बांटा
आरोपियों ने बताया कि दान पेटी में लगभग 19-20 हजार रूपये निकले थे जिसे दोनों भाईयों ने आपस में बांट लिए थे। चोरी किए गए पैसों में से आरोपी गुलशन वैष्णव से 1170 रू व रोशन वैष्णव से 1540 रू कुल 2710 रू जप्त किए गए है। शेष पैसा खाने-पीने में खर्च होना बताए है।
इनकी रही अहम भूमिका
उक्त सनसनी खेज मामले का खुलासा करने में थाना प्रभारी कोतवाली आशीष कुमार शर्मा, उनि. अरूणपाल सिंह, महेन्द्र जायसवाल, सउनि. दिनेश सिंह बघेल, प्र.आर. वीरेन्द्र सिंह, पुष्पराज सिंह, अनिल सेंगर, अजीत मिश्रा, आर. अजय प्रताप सिंह, अभिषेक राय, विकास राय, मंसूर हुसैन, मोहन मण्डलोई, दिनेश चंद, सायबर सेल से प्र.आर. प्रशांत विश्वकर्मा, आर. अजय साकेत, सी.सी.टी.व्ही कंट्रोल रूम से आर. पुष्पेन्द्र यादव, देवराज सिंह एवं मृदुल द्विवेदी की अहम भूमिका रही।