पेरिस
भारत के दिलीप गावित महादु ने शनिवार को यहां पैरालंपिक में पुरुषों की 400 मीटर टी47 फाइनल में निराशाजनक आठवें स्थान के साथ अपने अभियान को खत्म किया। महाराष्ट्र के 21 वर्षीय खिलाड़ी ने हांग्झोउ एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह हालांकि पैरालंपिक में 49.99 का समय लेकर आठ खिलाड़ियों के फाइनल में अंतिम स्थान पर रहे। टी47 वर्ग ट्रैक और फील्ड एथलीटों के लिए है, जिनकी कोहनी के ऊपर या नीचे के अंग में विकार होता है।
प्राची यादव कैनो स्प्रिंट में आठवें स्थान पर रही
भारत की प्राची यादव शनिवार को यहां पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की वीएल2 200 मीटर कैनो स्पर्धा के फाइनल में आठवें स्थान पर रहीं। उन्होंने फाइनल में एक मिनट 08.55 सेंकंड का समय लिया। ग्रेट ब्रिटेन की एम्मा विग्स (58.88) ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि कनाडा की ब्रायना हेनेसी (1:00.12) और ऑस्ट्रेलिया की सुसान सीपेल (1:01.39) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते।
इससे पहले प्राची ने सेमीफाइनल में तीसरा स्थान हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया। प्राची (29 वर्ष) ने दूसरे सेमीफाइनल 2 में 1:05.66 का समय निकाला। इससे वह दूसरे स्थान पर रहने वाली उज्बेकिस्तान की इरोडाखोन रुस्तमोवा (1:04.39) और ब्रिटेन की जीनेट चिपिंगटन (1:02.65) से पीछे रहीं।
शुक्रवार को उन्होंने हीट में चौथा स्थान हासिल कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। शीर्ष स्थान पर रहने वाली कैनो स्प्रिंटर सीधे फाइनल में प्रवेश करती है। प्राची तोक्यो पैरालंपिक में महिलाओं की वीएल2 स्पर्धा के फाइनल में आठवें स्थान पर रही थीं। भारत के एकमात्र पुरुष कैनो स्प्रिंटर यश कुमार का अभियान पुरुषों की केएल1 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल में पांचवें (1:02.03) स्थान पर रहने के बाद समाप्त हो गया।
सेमीफाइनल में शीर्ष तीन ही फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं। शुक्रवार को वह हीट में छठे स्थान पर रहे थे। भारत की एक अन्य कैनो स्प्रिंटर पूजा ओझा रविवार को महिलाओं की केएल1 200 मीटर सेमीफाइनल में भाग लेंगी। वीएल2 वर्ग में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं जिनके पैर और धड़ वाले हिस्से में विकार हो जिससे वे कयाक में सीधे बैठ सकते हैं लेकिन उन्हें ऊंची पीठ वाली सीट की जरूरत हो सकती है।