91.8 लाख कुल केस और 1.34 लाख कुल मौतों के आंकड़े के साथ भारत दुनिया का दूसरा देश है, जो कोरोना वायरस (Corona Virus) से सबसे ज़्यादा प्रभावित है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आने वाले दिन और खतरनाक होंगे और चार राज्यों से जवाब तलब किए.
दिल्ली (Delhi), महाराष्ट्र (Maharashtra), गुजरात (Gujarat) और असम हाज़िर हों… कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज़ से मौजूदा हालात क्या हैं? इन हालात को संभालने के लिए क्या अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं? आने वाले दिनों में और कठिन स्थितियों से निपटने की कैसी तैयारी है? यह सब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने पूछते हुए साफ शब्दों में कहा है कि जो आंकड़े और फैक्ट्स सामने हैं, उनके आधार पर साफ दिख रहा है कि दिसंबर के महीने में हालात और बिगड़ने वाले हैं. खास तौर से इन चार राज्यों से दो दिन के भीतर स्टेटस रिपोर्ट (Status Report) मांगी गई है.
जस्टिस अशोक भूषण, आर सुभाष रेड्डी और एमपी शाह की बेंचने कोविड के हालात पर टिप्पणी की तो दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने कोर्ट को बताया कि महामारी पर काबू के लिए किस तरह की कोशिशें की जा रही हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर चिंता ज़ाहिर की है, लेकिन खास तौर से जिन चार राज्यों को चेताया है, वहां कोरोना के क्या हाल हैं?
दिल्ली में कोविड का आलम
देश में सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों की सूची में छठवें स्थान पर काबिज़ दिल्ली में कुल कोरोना संक्रमण केस 5 लाख 30 हज़ार को आंकड़ा छू चुके हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो यहां देश के गृह मंत्री अमित शाह स्थितियों से निपटने का ज़िम्मा अपने हाथ में लिये हुए हैं. केंद्र ने शाह के कदमों के बारे में भी सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया तो कठिन सवाल दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के पाले में चले गए.
करीब 8400 मौतों का आंकड़ा छूने जा रहे दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर चलने के बीच बीते हफ्ते यानी 15 से 22 नवंबर के बीच 44,458 केस रिकॉर्ड हुए. लगातार तीसरे हफ्ते में इतने ज़्यादा केस आने का यह देशव्यापी रिकॉर्ड है. हालांकि इसके पिछले हफ्ते के मुकाबले करीब 2000 केस कम दर्ज हुए. वहीं, पिछले हफ्ते 625 मौतों के मुकाबले बीते हफ्ते में दिल्ली में 777 मौतें हुईं, जो कि और चिंताजनक बात हो गई है.
गुजरात में कोविड का प्रकोप
कुल केसों के मामले में 2 लाख के आंकड़े के बहुत करीब गुजरात में कुल मौतों का आंकड़ा भी चार हज़ार के करीब है. बीते 24 घंटों में एक दिन में 17 लोगों के कोविड से मारे जाने के आंकड़े सामने आए हैं, जो सितंबर के बाद एक दिन में सबसे ज़्यादा मौतों का है. इन अपडेट्स के बाद गुजरात में शादी समारोह में ज़्यादा से ज़्यादा 100 लोगों और अंतिम संस्कार में 50 लोगों के शामिल होने का नियम लागू कर दिया गया है, जबकि नाइट कर्फ्यू का नियम लागू है ही.
अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और बड़ौदा जैसे बड़े शहरों में हालात बिगड़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकारते हुए स्थिति के बारे में जवाब तलब किए. इसके अलावा, राज्य में राजनीतिक इवेंट्स को लेकर किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं, यह भी कोर्ट ने पूछा है.
महाराष्ट्र में कोविड की स्थिति
कोरोना से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों की सूची में महाराष्ट्र अव्वल है, जहां अब तक कुल केस 17.8 लाख से ज़्यादा हैं और मौतें 46,623 का आंकड़ा छू चुकी हैं. महाराष्ट्र में कोविड का प्रकोप किस कदर बना हुआ है, इसका अंदाज़ा आप ऐसे लगा सकते हैं कि मुंबई के बड़े रेलवे स्टेशनों पर दिल्ली, एनसीआर, गुजरात और गोवा से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है.महाराष्ट्र में 15 से 22 नवंबर के हफ्ते के दौरान कुल 32,966 नए केस दर्ज किए गए, जो कि इससे पिछले हफ्ते के मुकाबले करीब साढ़े पांच केस ज़्यादा रहे. हालांकि मौतों के आंकड़े में यहां लगातार हफ्तेवार कमी देखी जा रही है. पिछले हफ्ते के मुकाबले केस बढ़ने के मामले में महाराष्ट्र में 20% की ग्रोथ दर्ज की गई. दूसरी तरफ, ठाणे में भी संक्रमण के तेज़ी से फैलने की खबरें आ रही हैं.
एक दिन में 800 से ज़्यादा केस आने के साथ ही मुंबई में ही केस लोड पौने तीन लाख से ज़्यादा हो चुका है और मौतों का आंकड़ा 10,687 तक पहुंच चुका है. राज्य में कोविड की नई लहर को लेकर खासी चिंता जताई गई है इसलिए लोगों के जुटने संबंधी नए दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं.
असम में कोविड के हालात
उत्तर पूर्व के सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य असम में अब तक करीब 2,12,000 केस दर्ज हो चुके हैं और मौतों का आंकड़ा 975 तक पहुंच चुका है यानी एक हज़ार के बहुत करीब. पिछले 24 घंटों में राज्य में 25 हज़ार से ज़्यादा टेस्ट किए जाने की खबरें हैं जबकि 169 नए केस दर्ज होने की भी. 9 से 22 नवंबर के बीच इस राज्य में 2724 केस आने की खबरें रही हैं, जिनके चलते सुप्रीम कोर्ट ने इस राज्य में भी संक्रमण की स्थिति को लेकर चिंता ज़ाहिर की.