नई दिल्ली
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का एक बयान खूब चर्चा में है. इसमें वो कहते दिख रहे हैं कि जब मैं गृह मंत्री था तो मुझे कश्मीर जाने की सलाह दी जाती थी. लेकिन ऐसा करने में मुझे डर लगता था. दरअसल, राशिद किदवई की एक किताब के विमोचन के मौके पर सुशील शिंदे ने कहा, 'जब मैं गृहमंत्री था तो मुझे किसी ने सलाह दी की तुम इधर-उधर मत भटको, बल्कि लाल चौक जाओ और वहां जाकर भाषण करो. लोगों से मिलो. डल झील की सैर करो. ऐसा करोगे तो लोगों को लगेगा कि ये कितना अच्छा गृहमंत्री है जो बिना डरे कश्मीर जाता है. इससे लोकप्रियता मिलेगी. लेकिन सच कहूं तो मेरी फ$% (आपत्तिजनक शब्द) थी. ' सुशील शिंदे ने ये बातें अपने ऊपर लिखी एक किताब के विमोचन के मौके पर कहीं. इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गज नेता मौजूद थे.
बीजेपी ने किया पलटवार
पूर्व गृहमंत्री के इस बयान पर बीजेपी ने अब पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा, 'शिंदे की बातों पर कांग्रेस को ध्यान देने की जरूरत है. यूपीए काल के गृहमंत्री सुशील शिंदे ने माना कि वह जम्मू-कश्मीर जाने से डरते थे. लेकिन आज राहुल गांधी आराम से कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा और स्नो फाइटिंग करते देखे जा सकते हैं. लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को आतंक के दिनों में वापस ले जाना चाहते हैं.'
क्या बोले मल्लिकार्जुन खड़गे
इस कार्यक्रम के दौरान शिंदे की तारीफ करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'खुद को अनुसूचित जाति का बताकर हम कभी किसी से कुछ नहीं मांगते. शिंदे ने महाराष्ट्र के लिए 9 बजट पेश किए, जबकि आजकल एक-दो साल में ही बजट बदल जाते हैं.' खड़गे ने कहा कि शिंदे फिल्मों में आना चाहते थे लेकिन कोई उन्हें पास नहीं जाने देता था क्योंकि वे अछूत थे. इस दौरान उन्होंने संविधान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके द्वारा लोगों को सांसद और विधायक बनने का मौका मिला, अन्यथा वे पुलिस कांस्टेबल या मिलों में काम करने वाले ही रह जाते.
दिग्विजय सिंह ने भी शिंदे के कार्यकाल को सराहा
इस दौरान दिग्विजय सिंह ने शिंदे की सराहना करते हुए कहा कि गृहमंत्री के तौर पर उन्होंने उत्तर पूर्व से लेकर कश्मीर तक आतंकवाद से कड़ा मुकाबला किया.