शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के आवास और दफ्तर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है. उनके करीब 10 ठिकानों पर ईडी ने रेड की है.
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी यानी एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है. आज शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के आवास और लगभग 9 अन्य के घरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है. प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में विधायक प्रताप सरनाईक के यहां छापेमारी को अंजाम दिया है. जानकारी के मुताबिक शिवसेना विधायक के करीब 10 ठिकानों पर ईडी की रेड पड़ी है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत महाराष्ट्र में ठाणे और मुंबई में 58 साल के प्रताप सरनाईक से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की है. सूत्रों का कहना है कि ‘टॉप्स ग्रुप’ (सुरक्षा मुहैया कराने वाली कंपनी) के प्रमोटर और उससे संबंधित लोगों सहित राजनेताओं के यहां छापेमारी की जा रही है.
वित्तीय अनियमितता का आरोप
वहीं प्रताप सरनाईक के घर के साथ ही उनके बेटों के घर पर भी ईडी ने छापेमारी की है. उन पर वित्तीय अनियमितता का आरोप है, जिसके कारण ईडी ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. बता दें कि सरनाईक महाराष्ट्र विधानसभा में ओवला-माजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कौन है प्रताप सरनाईक?
बता दें कि प्रताप सरनाईक शिवसेना के विधायक हैं. यह उनका तीसरा टर्म है. साथ ही वह शिवसेना के प्रवक्ता भी हैं. वहीं प्रताप सरनाईक बीजेपी पर काफी आक्रामक रहते हैं और बीजेपी पर निशाना साधने से चूकते नहीं है. प्रताप सरनाईक कलर्स टीवी चैनल के सीरियल बिगबॉस में कुमार शानू के बेटे जान शानू के मराठी के खिलाफ बोलने का मुद्दा भी उठा चुके हैं.
वहीं सरनाईक पिछले कुछ हफ्तों में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी के आलोचक रहे हैं. उन्होंने रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, जब अभिनेत्री ने मुंबई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर बताया था.वहीं दूसरी तरफ शिवसेना लगातार भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर रहती है. शिवसेना कई बार केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती रही है. इस बार भी शिवसेना बीजेपी पर इसे बदले की भावना के तहत किया गया प्रयास करार दे सकती है.