वाशिंगटन
अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल ने कहा है कि अमेरिका ने भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण निवेश किया है और द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के लिए एक मजबूत ‘एजेंडे’ पर काम कर रहा है।
कैलिफोर्निया में भारत-अमेरिका रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र (इंडस-एक्स) शिखर सम्मेलन में कैंपबेल ने कहा कि वाशिंगटन और नई दिल्ली में पूर्ववर्ती प्रशासनों ने साझेदारी को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए समय और राजनीतिक पूंजी का निवेश किया है।
कैंपबेल ने कहा, ‘‘अमेरिका ने भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने में महत्वपूर्ण निवेश किया है और हम शेष वर्ष के लिए सहयोग को गहरा करने के लिए न सिर्फ कूटनीतिक रूप से, बल्कि महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पर पहल (आईसीईटी) के माध्यम से भी एक मजबूत ‘एजेंडे’ पर काम कर रहे हैं।
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा, ‘‘हमारे रक्षा प्रतिष्ठानों, अनुसंधान संस्थानों, निजी उद्योग और स्टार्टअप्स के पास प्रतिभा की गहरी उपलब्धता और नवाचार के लिए ललक है, यही वजह है कि इंडस-एक्स को नए विचारों, अनुसंधान और विकास के लिए आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्र और साझेदारी बनाने के लिए डिजाइन किया गया था।’’
कैंपबेल ने कहा कि दोनों देश पहले की तुलना में वर्तमान में एक दूसरे से अधिक करीब हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत ने इंडस-एक्स के शुभारंभ के बाद से एक वर्ष से अधिक समय में शिखर सम्मेलनों, संयुक्त चुनौतियों और आदान-प्रदान के ‘‘महत्वाकांक्षी एजेंडे’’ को आगे बढ़ाया है।
इंडस-एक्स, जिसका तात्पर्य भारत और अमेरिका के बीच बढ़ी हुई सामरिक और रक्षा साझेदारी से है, इसे पिछले वर्ष 21 जून को अमेरिकी रक्षा विभाग और भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाशिंगटन, डिस्ट्रिक्ट आफ कोलंबिया (डीसी) की राजकीय यात्रा के दौरान शुरू किया गया था।