लंदन
इंग्लैंड की टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने अपनी टीम और टीम के कप्तान ओली पोप की आलोचना की है, जो श्रीलंका के खिलाफ तीसरे मैच में टीम के कप्तान थे और टीम को उस मैच में हार मिली। लंदन के केनिंगटन ओवल में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड द्वारा अपनाए गए अत्यधिक आक्रामक रवैये की आलोचना माइकल वॉन ने है। वॉन ने टीम की बल्लेबाजी रणनीति और फील्ड प्लेसमेंट दोनों पर निराशा व्यक्त की। इसके अलावा माइकल वॉन ने टीम पर अपनी रणनीति के माध्यम से टेस्ट क्रिकेट और श्रीलंकाई टीम के प्रति सम्मान की कमी दिखाने का भी आरोप लगाया।
श्रीलंका की टीम ने इस मैच को जीतकर इतिहास रचा, क्योंकि पहली पारी में टीम जल्दी आउट हो गई थी, लेकिन अगली पारी में उन्होंने इंग्लैंड को सस्ते में समेटा और मैच में 8 विकेट से जीत दर्ज की। मेजबान टीम की आलोचना प्रशंसकों और क्रिकेट एक्सपर्ट ने अति-आक्रामक रवैये के लिए की, जिसमें माइकल वॉन का नाम भी शामिल हो चुका है। पूर्व कप्तान ने टेलीग्राफ के लिए लिखे अपने कॉलम में कहा है कि इंग्लैंड की टीम ने अच्छे दौर के बाद आत्मसंतुष्ट हो जाने की आदत बना ली है। वॉन को लगता है कि यह हार टीम के लिए एक चेतावनी होगी, जो कठिन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने लिखा, "मुझे लगा कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट का अपमान किया है और तीसरे टेस्ट में बल्ले और फील्डिंग दोनों में अत्यधिक आक्रामक होकर श्रीलंका का अपमान किया है। इंग्लैंड ने एक अच्छे दौर के बाद थोड़ा आत्मसंतुष्ट हो जाने की आदत बना ली है – मैं एशेज की शुरुआत या इस साल की शुरुआत में राजकोट में खेले गए मैच के बारे में सोचता हूं – और मुझे उम्मीद है कि यह 2025 में होने वाले कठिन टेस्ट मैचों के लिए एक चेतावनी के रूप में काम करेगा। इस तरीके से आप भारत या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलकर बच नहीं सकते।"
उन्होंने आगे लिखा, "मेरे लिए, इस सप्ताह बड़े क्षणों में इंटेनसिटी और एकाग्रता गायब थी। यह सब थोड़ा कमजोर, यहां तक कि अहंकारी था। उन्होंने खेल का मजाक उड़ाया। टेस्ट क्रिकेट के सबसे गर्म क्षणों में जवाब हमेशा अटैक, अटैक और अटैक नहीं हो सकता।" वॉन का मानना है कि इंग्लैंड ने अपनी फील्ड सेटिंग में बहुत अधिक आक्रामकता दिखाई। इस वजह से गेंदबाज बैकफुट पर आ गए।
फील्डिंग और बॉलिंग को लेकर वॉन लिखते हैं, "मुझे लगा कि इस हफ्ते इंग्लैंड की गेंदबाजी ठीक थी, लेकिन मुझे लगा कि उन्होंने जिस तरह से बहुत ज्यादा आक्रामक फील्डिंग की, उससे गेंदबाजों को नुकसान हुआ और वे तुरंत ही बैकफुट पर आ गए। वे बहुत ज्यादा आक्रामक होने के विचार से मैदान पर उतरे थे, लेकिन यह मैच या पिच उसके लिए नहीं थी। यह एक ऐसी पिच थी, जहां आप दो या तीन स्लिप और एक गली रख सकते थे और एक एक्स्ट्रा कवर हो जाता, लेकिन उन्होंने छह स्लिप, एक शॉर्ट लेग और एक लेग स्लिप रखी। ऐसा लग रहा था मानो बोर्ड पर उनके 650 रन थे, लेकिन उनके पास इसके आधे रन भी नहीं थे।"