चेन्नई: चक्रवाती तूफान ‘निवार’ आधी रात के बाद तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने के बाद अब पहले की तरह खतरनाक नहीं रहा. ‘निवार’ अब कमजोर पड़ रहा है. हालांकि दोनों राज्यों में तूफान ने काफी नुकसान पहुंचाया है. पुडुचेरी में बारिश अभी भी जारी है. हवा की रफ्तार कम होकर 65 से 75 किमी प्रतिघंटा रह जाएगी.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुसार, 25 नवंबर की रात 11.30 बजे से लेकर 26 नंवबर तड़के 2.30 बजे के बीच निवार का लैंडफॉल हुआ. इसके बाद इसका रफ्तार कम होता जा रहा है. इस दौरान तूफान की स्पीड 120-130 किमी प्रति घंटा रही.
चक्रवात से जुड़ी बड़ी बातें
- तमिलनाडु और चेन्नई के कई हिस्सों में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं, जिसके मद्देनजर एक लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है.
- दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में बने निवार चक्रवात ने पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ते हुए अति विकराल रूप धारण कर लिया. इसके बाद चेन्नई से 160 किमी और पुडुच्चेरी से 85 किमी दूर तट से टकराया.
- चक्रवात के प्रभाव से चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में रातभर बारिश हुई और निचले स्थानों में जलजमाव हो गया.
- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने चक्रवात के मद्देनजर लोगों की सुरक्षा के लिए पहले ही चेन्नई, वेल्लोर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, नागापट्टिनम, तिरुवरूर, चेंगलपेट, कांचीपुरम समेत 13 जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी थी.
- निवार के चलते चेन्नई की सभी शेड्यूल उड़ानें रद्द कर दी गई थी और कुछ लंबी दूरी की ट्रेनों को रद्द कर दिया था.
- राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले आविन ने अपने लाखों ग्राहकों को बिना किसी समस्या के दूध की आपूर्ति की. वहीं पेट्रोल पंप और दुकानें सामान्य की तरह काम कर रही हैं.
- राज्य सरकार ने पांच साल के अंतराल के बाद चेम्बरमबक्कम झील से पानी छोड़ने का फैसला किया है और अड्यार नदी के पास निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ की चेतावनी जारी की गई.
- बचाव के लिए तमिलनाडु के आपदा प्रबंधन मंत्री आरबी उधयाकुमार ने बड़े व्यापक स्तर पर कदम उठाए. एहतियातन राज्य के लगभग 1.45 लाख लोगों को 1,516 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया.