इजरायल के गिलोट बेस पर हिजबुल्लाह ने किया जवाबी हमला, 22 सैनिकों की मौत
इस्लामिक जिहाद के तीन वरिष्ठ आतंकवादी मारे गए: आईडीएफ
गाजा की स्वास्थ्य प्रणाली वेंटिलेटर पर : डब्ल्यूएचओ
तेल अवीव
तेल अवीव के उपनगरीय इलाके में 8200 गिलोट खुफिया इकाई के बेस पर लेबनानी आंदोलन हिजबुल्लाह ने जवाबी हमला किया, जिसमें 22 इजरायली सैनिकों की मौत हो गई और 74 घायल हो गए। यह जानकारी लेबनान की अल मयादीन टीवी चैनल ने अपने यूरोपीय सुरक्षा स्रोतों का हवाले से दी।
हिजबुल्ला ने बेरूत उपनगर पर अगस्त के अंत में इजरायली वायु सेना के हमले में वरिष्ठ हिजबुल्ला कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के जवाब में इजरायली सेना के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमला किया। हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह ने एक बयान में कहा कि जवाबी हमले का मुख्य निशाना तेल अवीव उपनगर में इजरायली सेना का 8200 ग्लिलोट यूनिट बेस था।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्ला हमले के बाद कहा कि इजरायली बलों ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर एक पूर्वव्यापी हमला किया था और लेबनानी प्रतिरोध के जवाबी कार्रवाई से कुछ घंटे पहले हजारों रॉकेट नष्ट किए थे।
इजरायली सेना ने कहा कि हिजबुल्ला सुविधाओं और हथियारों को नष्ट करने के अभियान में वायु सेना के लगभग 100 विमान शामिल हुए। उन्होंने अनुमान लगाया कि इस हमले में अंततः इजरायल को बहुत कम नुकसान हुआ।
इस्लामिक जिहाद के तीन वरिष्ठ आतंकवादी मारे गए: आईडीएफ
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि वेस्ट बैंक के तुल्कर्म शहर में हवाई हमले में फिलिस्तीनी कट्टरपंथी समूह इस्लामिक जिहाद के तीन वरिष्ठ आतंकवादी मारे गए। आईडीएफ ने कहा कि हमला तब किया गया जब फिलिस्तीनी कट्टरपंथी एक कार में सवार थे। इसने कहा कि मारे गए आतंकवादी गोलीबारी और विस्फोटक उपकरणों से जुड़े आतंकवादी हमलों के साथ-साथ आतंकवादियों को भेजने और इजरायली बस्तियों और सुरक्षा बलों पर हमले की तैयारी के लिए जिम्मेदार थे।
गाजा की स्वास्थ्य प्रणाली वेंटिलेटर पर : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया है कि 23 जुलाई तक गाजा संघर्ष में कम से कम 22,500 लोग गंभीर चोट का शिकार हुए हैं। इन जख्मों ने उन्हें जीवन भर का दर्द दिया है। विकलांगता का दंश सहने को मजबूर हुए हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि प्रकाशित रिपोर्ट में गाजा की पहले से ही कमजोर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर भारी बोझ पड़ा है। उन्होंने कहा कि 13,455 से 17,550 लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं।
इसकी वजह से लगभग 4,000 लोगों के अंग काटे गए हैं, वहीं रीढ़ की हड्डी से जुड़ी तकलीफें बढ़ गई हैं, हेड इंजरी से लोग जूझ रहे हैं और बड़ी तादाद में लोग गंभीर रूप से आग से झुलसे भी हैं। पीड़ितों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि रिचर्ड पीपरकोर्न के मुताबिक स्थिति चिंतनीय है। उन्होंने कहा है कि गाजा का स्वास्थ्य ढांचा बढ़ती मांगों को पूरा करने में असमर्थ है। उन्होंने कहा, “गाजा में बहुत से लोग बेहद गंभीर चोट का शिकार हुए है, जिन्हेंह ठीक होने के लिए काफी समय लगेगा। मगर यहां की स्वास्थ्य प्रणाली खुद ही वेंटिलेटर पर है।”
जिनेवा स्थित स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा, ”गाजा में संघर्ष जारी होने के चलते जरूरी है कि वहां के लोगों को जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले। ताकि आगे की बीमारियों और मौतों को रोका जा सके।