मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को भोपाल में आपात बैठक बुलाई। इसमें शिवराज ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में गुंडों बदमाशों और रसूखदारों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में डीजीपी से लेकर प्रमुख सचिव और भोपाल डीआईजी, नगर निगम कमिश्नर और कलेक्टर को तलब किया गया गया था।
शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में गुंडों बदमाशों और अपराधियों को दफन करना है। इनके खिलाफ दंड ही एकमात्र उपाय है। उनके खिलाफ कार्रवाई चलती रहना चाहिए। एक तो सीधे सुशासन का कार्य करना है। जहां गड़बड़ी की संभावना हो, वहां बिना देरी समय पर कार्रवाई हो। उदाहरण बनना चाहिए। भोपाल को मॉडल बनाना है।
यहां मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी तक हैं। मध्यप्रदेश का मॉडल भोपाल कैसे बने, आप बैठकर सभी चीजों पर नए सिरे से विचार करें। 10 से 15 दिन में रूप रेखा बनाकर विकास के लिए प्लान तैयार करें। प्रशासन, सुशासन, सुविधाओं और विकास पर काम करना है। मेट्रो के कार्य में तेजी लाना है। धीमी गति से काम नहीं चलेगा। अगर बाधा है, तो उसे दूर करने के उपाय करें। अगर दिक्कत है, तो तत्काल सीएमओ को सूचना दें। हम इसे दूर करेंगे।
इससे पहले सीएम ने ईरानी डेरे के बाहर हुई कार्रवाई की जानकारी भी ली। उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने के लिए कहा। इसके अलावा, सीएम ने कोरोना को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को अतिक्रमण और कोरोना से निपटने के लिए कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक के बाद शिवराज सिंह शाहगंज रवाना हो गए।सीएम 7 दिसंबर को वीसी करेंगे
मुख्यमंत्री चौहान 7 दिसंबर को कलेक्टरों और संभागायुक्तों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे। इसमें शिवराज 13 नवंबर 2020 को आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में दिए गए निर्देशों का पालन प्रतिवेदन लेंगे। साथ ही आयुष्मान भारत कार्यक्रम-निरामयम मध्यप्रदेश योजना, मिलावट से मुक्ति अभियान, खरीफ-2020 उपार्जन एवं रबी-2020-21 हेतु यूरिया/खाद उपलब्धता, आबादी सर्वे की समीक्षा करेंगे।