न्यूयॉर्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी अमेरिकी दौरे से ठीक पहले न्यूयॉर्क के मेलविले स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ और भारत विरोधी नारे लिखे जाने की घटना सामने आई है। इस घटना पर भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे "अस्वीकार्य" बताया है और अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। भारतीय वाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि वह स्थानीय समुदाय के संपर्क में है और अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ मिलकर इस कृत्य के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहा है।
BAPS स्वामीनारायण मंदिर ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शांति और सद्भावना की अपील की है। बयान में कहा गया कि, “हमें दुख है कि एक बार फिर नफरत और असहिष्णुता के कारण हमें शांति की अपील करनी पड़ रही है। मेलविले स्थित हमारे मंदिर में नफरत भरे संदेशों के साथ तोड़फोड़ की गई है। यह अकेली घटना नहीं है, हाल के दिनों में उत्तरी अमेरिका के अन्य हिंदू मंदिरों में भी इसी तरह की घटनाएं हुई हैं। हम इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और सभी समुदायों के बीच शांति और एकता की प्रार्थना करते हैं।”
इस घटना के बाद हिंदू-अमेरिकी संगठनों ने भी हमले की निंदा की और अमेरिकी सरकार से जांच की मांग की। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक सुहाग शुक्ला ने कहा कि इस हमले को हाल के हिंदू और भारतीय संस्थानों को मिल रही धमकियों के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। उन्होंने इसे एक "कायरतापूर्ण" कदम बताया और अमेरिकी अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई की अपील की।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21-23 सितंबर को अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं। वह 22 सितंबर को नासो काउंटी में भारतीय समुदाय के एक बड़े कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। मेलविले, जहां यह घटना हुई, नासो वेटरन मेमोरियल कोलिजियम से मात्र 28 किलोमीटर की दूरी पर है।स्थानीय अधिकारियों को घटना की सूचना मिलने के बाद मंदिर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और मंदिर ने अपनी प्रार्थना सभाओं को जारी रखने की योजना बनाई है।