नई दिल्ली
भारत में अमीरों (Rich Indian's) की तादाद और कमाई दोनों तेजी बढ़ रही हैं. इसका अंदाजा एक रिपोर्ट में जारी किए गए आंकड़ों को देख आसानी से लगाया जा सकता है. जी हां, सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की नई रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें खुलासा किया गया है कि देश में 31,000 से ज्यादा लोग हर साल 10 करोड़ रुपये (Crorepati) की कमाई कर रहे हैं, जबकि 5 करोड़ रुपये सालाना कमाने वालों की तादाद 58,000 के पार निकल गई है. ये आंकड़े हाई नेटवर्थ वाले लोगों की जबर्दस्त कमाई दर्शाने वाले हैं.
पांच साल में कर डाली तगड़ी कमाई
सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च (Centrum Institutional Research) रिपोर्ट में साल 2019 से 2024 यानी बीते पांच साल के आंकड़े जारी किए गए हैं और बताया गया है कि भारत में करोड़पतियों की संख्या (Crorepati) तेजी से बढ़ रही है. इन 5 सालों में भारत में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संख्या में 63 फीसदी का जोरदार इजाफा देखने को मिला है और फिलहाल 31,800 करोड़पति सालाना इतनी कमाई कर रहे हैं. इस अवधि में 10 करोड़ से ज्यादा कमाई करने वालों की कुल नेटवर्थ 121 फीसदी के इजाफे के साथ 38 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो 121 फीसदी का उछाल दर्शाता है.
इसी तरह जिन भारतीयों की सालाना कमाई 5 करोड़ रुपये से ज्यादा है, उनकी तादाद में बीते पांच सालों के दौरान 49 फीसदी का जोरदार इजाफा देखने को मिला है और इनका आंकड़ा 58,200 तक पहुंच गया है. साल 2019-24 के बीच इनकी कंबाइंड नेटवर्थ में 106 फीसदी का तगड़ा उछाल देखने को मिला है और ये 40 लाख करोड़ रुपये हो गई है.
कोरोना भी नहीं लगा सका कमाई पर ब्रेक
कमाई के ये आंकड़े बता रहे हैं कि बीते पांच साल में भारतीयों की कमाई में जोरदार इजाफा हुआ है. खास बात ये है कि कमाई ऐसे समय में भी तेजी से बढ़ी है, जबकि देश ने कोरोना महामारी (Corona) का भयंकर प्रकोप भी झेला है. रिपोर्ट में अनुमान जाहिर करते हुए कहा गया है कि भारत में हाई नेटवर्थ वाले लोगों (HNI) की कमाई 2028 तक सालाना करीब 14 फीसदी की दर से बढ़ सकती है और 2.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है.
इसमें कहा गया है कि देश में सिर्फ 15 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो अपनी फाइनेंशियल वेल्थ को प्रोफेशनल के जरिये मैनेज कराते हैं, जबकि ग्लोबली यह 75 फीसदी है. हाई नेटवर्थ और अल्ट्रा हाई नेटवर्थ वाले लोगों की कमाई बढ़ने में सबसे अहम रोल लोगों का नौकरी के बजाए बिजनेस की ओर बढ़ना भी रहा है.
करोड़पति बनने का ये फॉर्मूला कमाल
करोड़पति बनने का सपना आखिर किसका नहीं होगा? लेकिन अगर सही स्ट्रेटजी के साथ इन्वेस्टमेंट किया जाए, तो ये ₹1 करोड़ के टारगेट तक पहुंचना बहुत मुश्किल नहीं है. ये आंकड़ा देखने में कठिन लग सकता है, लेकिन अगर सही निवेश और कंपाउंडिंग की पावर हो, तो यहां तक आसानी से पहुंच सकते हैं. इसके में एक खास फॉर्मूला काम आ सकता है.
फंड्सइंडिया रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) में 10% सालाना वृद्धि के साथ प्रति माह 30,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो आप इस पर मिलने वाले औसतन 12% की अनुमानित दर पर सात वर्षों में अपने पहले पहले 50 लाख रुपये तक पहुच सकते हैं, जबकि अगले 50 लाख रुपये को प्राप्त करने में केवल 3 साल का समय लगेगा. इसके बाद आप 1 करोड़ के जमा फंड को बनाए रखते हैं और इसे इसी क्रम में आगे बढ़ाते हैं, तो फिर इसमें अगला 50 लाख का अमाउंट जुड़ने में महज दो साल लगेंगे. हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव के असल से आपको एसआईपी पर मिलने वाला रिटर्न कम या ज्यादा हो सकता है.