रीवा
रीवा में कर्ज ले कर उसे न चुका पाने के कारण युवक ने दो बच्चों के साथ नदी में छलांग लगा दी। एक का शव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के नारीबारी में टमस नदी में मिला, अन्य दो की तलाश जारी है।
रीवा में कर्ज में डूबे पिता ने दो बच्चों के साथ राजापुर पुल से टमस नदी में छलांग लगा दी। घटना सोहागी थाना क्षेत्र के राजापुर पुल की है। पुल के पर लावारिस हालत में बाइक खड़ी मिली। जिसके बाद नदी में छलांग लगाने की आशंका के आधार पर पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू।
मौके पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से सर्चिंग शुरू की। जहां युवक का शव 20 किलोमीटर दूर यूपी में बरामद हुआ। पिता के साथ नदी से एक बच्चे का शव भी बरामद कर लिया गया है। जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है।
दो बच्चों के साथ नदी में छलांग लगाने वाले युवक सुनील मांझी के पिता राम निहोर मांझी ने बताया कि मैं पैरा टोला छिवलहिया थाना सोहागी का रहने वाला हूं। मेरे दो लड़के हैं, जिनमें सुनील मांझी(31) मेरा बड़ा लड़का है। 19 सितंबर की रात सुनील अपनी बाइक (MP17MW3165) से अपनी पुत्री पुष्पा(5) और पुत्र पुष्पराज(4) को साथ लेकर घर से निकला।
मैंने पूछा कि कहां जा रहे हो। सुनील बोला कि इन बच्चों को स्कूल ड्रेस दिलाने त्योंथर जा रहा हूं। रात 9 बजे तक सुनील घर वापस नहीं आया। तब मेरी लड़की पूजा देवी ने सुनील को फोन किया। सुनील ने बताया कि वह चिल्ला बाजार में है। थोड़ी देर में घर आ रहा है। कुछ देर बाद ही सुनील को कई बार फोन लगाया। लेकिन सुनील फोन हीं उठा रहा था। मैंने अपने मामा के नाती संदीप मांझी को फोन लगाया और बोला कि सुनील का पता करो।
कुछ देर बाद संदीप ने मुझे फोन करके बताया कि सुनील का फोन कोई दूसरा आदमी उठा रहा है। जो बता रहा है कि राजापुर टमस नदी में बने पुल के पर सुनील की बाइक खड़ी है। बाइक में चाभी भी लगी है। बाइक में मीटर के पास मोबाइल रखा हुआ है। संदीप ने टमस नदी पुल पर पहुंचकर भी मुझे फोन से यही बताया कि सुनील की बाइक पुल के बीच खड़ी है। चाभी लगी है, गाड़ी में ही फोन रखा है। सुनील का कुछ पता नहीं चल रहा है। मैं तत्काल राजापुर पुल गया। वहां आसपास काफी देर तक तलाश की। लेकिन ना तो सुनील मिला और ना ही पुष्पराज और नातिन पुष्पा का कुछ पता चला। बाद में मालूम चला कि उसने बच्चों के साथ नदी में छलांग लगाई है।
मेरे बेटे सुनील ने परिवार के और रिश्तेदार के लोगों के साथ मिलकर समूह बनाकर लोन लिया था। जिसका कर्जा बाकी था। सुनील ने इसी साल मार्च महीने में एक पिकअप गाड़ी खरीदी थी। उसका भी लोन बाकी था।