कानपुर
ट्रेन पलटाने की एक और साजिश नाकाम हो गई है। इस बार कानपुर के महाराजपुर इलाके में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा मिला है। लोको पायलट ने सूझ बूझ का परिचय देते हुए सिलेंडर से टकराने से पहले ही ट्रेन रोक दी और हादसा होने से बचा लिया। जिस जगह ट्रैक पर सिलेंडर रखा था वह लूप लाइन है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। कानपुर में सवा महीने भीतर यह तीसरी बार रेल पलटाने की साजिश हुई है। ट्रैक पर सिलेंडर रखने की कानपुर में यह दूसरी घटना है। इसके पहले कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने के लिए कानपुर- फर्रुखाबाद रूट पर सिलेंडर रखा गया था। कालिंदी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई थी। जबकि 17 अगस्त को वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के गोविंदपुरी और भीमसेन स्टेशन के बीच बोल्डर (लोहे के बड़े टुकड़े) से टकराने के बाद 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। रविवार को सुबह 5.55 बजे कानपुर से प्रयागराज जा रही मालगाड़ी के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को लूप लाइन में कानपुर सेंट्रल और फतेहपुर स्टेशनों के बीच प्रेमपुर के पास छोटा (5 किलो) खाली गैस का सिलेंडर रखा दिखा।
लोको पायलट ने सतर्कता दिखाई और सिलेंडर को देखते ही ट्रेन का इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। इससे सिलेंडर से काफी ही ट्रेन रुक गई। लोको पायलट ने एक मिनट बाद ही कंट्रोल को घटना की सूचना दे दी। इसके बाद मौके पर आरपीएफ और जीआरपी की टीम पहुंची। डॉग स्क्वायड भी बुलाया गया। सिलेंडर से लेकर आसपास के इलाके में डॉग स्क्वायड के साथ जांच की गई। रेलवे ने घटना को गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच के निर्देश जारी किए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को जेटीटीएन मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज की ओर चली थी। ट्रेन सरसौल स्टेशन के आगे प्रेमपुर स्टेशन पर लूप लाइन से गुजरने लगी तो लोको पायलट देव आनंद गुप्त और सहायक लोको पायलट सीबी सिंह ने सिग्नल से कुछ दूरी पर एक सिलेंडर रखा देखा। उन्होंने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। ट्रेन, सिलेंडर से पहले ही खड़ी हो गई। सूचना पर रेलवे के आईओडब्ल्यू, आरपीएफ इंस्पेक्टर बीपी सिंह, जीआरपी प्रभारी ओएन सिंह भी मौके पहुंचे। जांच के बाद खाली सिलेंडर को ट्रैक से हटा दिया गया। रेलवे अधिकारियों ने पुलिस और सुरक्षा बल से पूरी घटना की रिपोर्ट तलब की है।
बार-बार ट्रेन पलटाने की कोशिशों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस भी अलर्ट पर है। सबकी टीमें साजिशों के खुलासे की कोशिशों में जुटी हैं। पुलिस कमिश्नर ने कानपुर में ट्रैक पर सिलेंडर मिलने की घटना की भी जांच का आदेश का आदेश दिया है। उन्होंने इस पर पूरी रिपोर्ट मांगी है। आज संयुक्त टीम जांच करेगी।
कल सूरत में रेल पटरी से की गई थी छेड़छाड़, प्रयागराज में टकराया था पत्थर
बता दें कि कल यानि शनिवार को गुजरात के सूरत जिले में ट्रेन को पलटाने की बड़ी साजिश नाकाम की गई थी। वहां अज्ञात लोगों ने रेल पटरी से छेड़छाड़ करके फिश प्लेटें हटा दीं थीं और कई पेंच ढीले कर दिए थे। कोसांबा और किम रेलवे स्टेशन के बीच प्रभावित पटरी से ट्रेन गुजरने से पहले ही एक लाइनमैन ने रेलवे अधिकारियों को सूचना दी। इससे छेड़छाड़ की कोशिश का पता चल गया। वहीं शुक्रवार को प्रयागराज में भी शरारतीतत्वों ने न्यू करछना स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर बड़ा पत्थर रख दिया था। न्यू मनौरी लाइन से न्यू करछना की ओर जा रही मालगाड़ी से पत्थर टकराया। सूचना पर आरपीएफ की टीम पहुंची। अराजकतत्व भाग खड़े हुए थे।