पाकिस्तान की इमरान खान सरकार (Pakistan Imran Khan) विपक्ष के निशाने पर आ चुकी है. पीडीएम के केंद्र और प्रांतीय सरकार के सांसद और विधायक सामूहिक इस्तीफा (Resignation) दे सकते हैं. विपक्ष नेता ने कहा कि इमरान ने अगर विपक्ष से बातचीत नहीं की तो हालात बिगड़ेंगे.
पाकिस्तान की इमरान सरकार (Pakistan Imran Khan) विपक्ष के निशाने पर आ चुकी है. पीडीएम के केंद्र और प्रांतीय सरकार के सांसद और विधायक सामूहिक इस्तीफा (Resignation) दे सकते हैं. पीडीएम (PDM) यानि पाकिस्तान डेमोक्रेट मूवमेंट 11 विपक्षी दलों का संगठन है. पीडीएम के इस फैसले की जानकारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के पंजाब प्रांत के अध्यक्ष राना सनाउल्लाह ने दी है. हालांकि, उन्होंने कहा कि इसका अंतिम फैसला पीडीएम के नेता करेंगे.
संवादहीनता की स्थिति खत्म करे इमरान सरकार
सनाउल्लाह ने बताया कि यदि इमरान सरकार ने विपक्षी नेताओंसे बात नहीं की और संवादहीनता की स्थिति बढ़ाने की कोशिश की तो इससे हालात बिगड़ेंगे. उन्होंने कहा कि इस्तीफे के संबंध में पीडीएम जो भी निर्णय लेगा, हमारी पार्टी उस पर अमल करेगी. गौरतलब है कि 13 दिसंबर को लाहौर में एक बहुत विशाल रैली होने वाली है.
अब तक पीडीएम कर चुका है पांच शहरों में रैलियां
सनाउल्लाह ने बताया कि इस रैली में हजारों की संख्या में लोग जुटने वाले हैं. विपक्ष इससे पहले अक्टूबर से अबतक कई शहरों में रैलियां आयोजित कर चुका है. अब तक हुई पांच रैलियां कराची, पेशावर, गुजरांवाला और क्वेटा में हजारों लोग समर्थन में जुटे थे. इन रैलियों में इमरान सरकार के खिलाफ जोरशोर से नारे लगाए गए.
विपक्ष ने लगाया इमरान सरकार पर ये आरोप…
विपक्ष ने इमरान खान सरकार पर आरोप लगाया है कि गलत नीतियों के कारण देश दिवालिया होने की कगार पर आकर खड़ा हो गया है. पीडीएम नेताओं ने एक भाषण में कहा कि उन्होंने संघर्ष शुरू कर दिया है और यह इमरान सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंके जाने तक जारी रहेगा.
इमरान सरकार ने विपक्ष के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने एक करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन अब वह लोगों से रोजगार छीनने में लगी है. विपक्ष ने गंभीर आरोप लगाया और कहा कि रोजीरोटी के खत्म होने से लोग अवसाद में जीने लगे हैं और खुदकुशी की बात सोचने लगे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार गिरफ्तारियां समेत अन्य तरीकों से जुल्म करने में लगी है.