भोपाल
मध्य प्रदेश में कुछ दिनों की राहत के बाद एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 सितंबर से प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में बारिश का दौर फिर से शुरू होगा। अगले कुछ दिनों में राज्य के 8 जिलों में तेज बारिश और अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र पूरी तरह सक्रिय हो चुका है, जिसका असर खासकर दक्षिणी और पूर्वी मध्य प्रदेश पर पड़ेगा। इस सिस्टम के प्रभाव से मानसूनी गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे एक बार फिर प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश होगी। यह सिस्टम राजस्थान से होते हुए दक्षिण पूर्व दिशा और पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय हो सकता है।
इन जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, खंडवा, डिंडौरी, देवास, बालाघाट, खरगोन, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और पांढुर्णा में भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों में 25 सितंबर तक मौसम और बिगड़ सकता है। खंडवा में हल्की बारिश की संभावना 23 सितंबर से है, जबकि 25 सितंबर से तेज बारिश हो सकती है। यहां अब तक 838.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत 808 मिमी से अधिक है। पिछले साल इस समय तक 851.8 मिमी बारिश हुई थी।
मंडला में 57.2 इंच से ज्यादा बारिश जबलपुर संभाग का मंडला जिला सबसे ज्यादा बारिश वाले जिलों में अव्वल है। यहां 57.2 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में 54.2 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जिले भी शामिल हैं।
भोपाल में सुबह से धूप खिली रही।
भोपाल में सुबह से धूप खिली रही।
खजुराहो सबसे गर्म रहा रविवार को रतलाम, धार और नर्मदापुरम में हल्की बारिश हुई। खजुराहो सबसे गर्म रहा। यहां दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसी तरह उज्जैन में तापमान 35.8 डिग्री, ग्वालियर में 35.2 डिग्री और गुना में 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आज दिन और रात 12-12 घंटे के पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर परिक्रमण (रोटेशन) के कारण सूर्य हमें कर्क रेखा से मकर रेखा के बीच गति करता हुआ दिखाई देता है। वर्ष में दो बार विषुवत लम्बवत (इक्विटोरियल परपेंडिकुलर) रहता है। 23 सितंबर को सूर्य विषुवत रेखा पर लम्बवत होगा। इसे शरद सम्पात कहते हैं। सूर्य के विषुवत रेखा पर लम्बवत होने के कारण दिन और रात की अवधि बराबर 12-12 घंटे की होती है। उज्जैन स्थित शासकीय वैधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि वैधशाला में सोमवार की घटना को शंकु यंत्र और नाड़ी वलय यंत्र के जरिए प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है। इस दिन शंकु की छाया पूरे दिन सीधी रेखा (विषुवत रेखा) पर गमन करती हुई दिखाई देगी।
अन्य जिलों में मध्यम बारिश का अनुमान
जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। इन जिलों में आने वाले दिनों में बादल छाए रह सकते हैं और तापमान में भी हल्की गिरावट हो सकती है।
यहां खिलेगी धूप
मौसम विभाग ने बताया कि नीमच, ग्वालियर, मंदसौर, भिंड, रतलाम, मुरैना, उज्जैन, श्योपुर, आगर-मालवा, दतिया, कटनी, शिवपुरी, मऊगंज, गुना, रीवा, अशोकनगर, सतना, निवाड़ी, पन्ना, टीकमगढ़ और छतरपुर में तेज धूप खिली रहेगी। इन जिलों में फिलहाल बारिश की संभावना कम है, लेकिन कुछ जगहों पर उमस बढ़ने की आशंका है।