नई दिल्ली
मोल्दोवा को यूरोप का सबसे गरीब देश माना जाता है। इस देश में जीडीपी पर कैपिटा करीब 4,500 डॉलर है। लेकिन प्रति व्यक्ति शराब खपत के मामले में इस देश का पूरी दुनिया में पहला नंबर है। पूर्वी यूरोप का यह देश किसी जमाने में सोवियत संघ का हिस्सा हुआ करता था। इसका क्षेत्रफल 33,846 वर्ग किमी और आबादी करीब 25 लाख है। इस देश में प्रति व्यक्ति शराब की सालाना खपत 15.2 लीटर है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों में यह बात सामने आई है।
प्रति व्यक्ति शराब की खपत के मामले में लिथुआनिया दूसरे नंबर पर है। इस देश में हर वयस्क आदमी सालभर में 15 लीटर शराब गटक जाता है। चेक गणराज्य में प्रति व्यक्ति शराब की सालाना खपत 14.4 लीटर, सेशेल्स में 13.8 लीटर, जर्मनी में 13.4 लीटर, नाइजीरिया मे 13.4 लीटर, लात्विया में 12.9 लीटर, बुल्गारिया में 12.7 लीटर, फ्रांस में 12.6 लीटर और पुर्तगाल में 12.3 लीटर है। इसके बाद बेल्जियम, रूस, ऑस्ट्रिया, एस्तोनिया, पोलैंड, स्विट्जरलैंड, यूके, उरुग्वे, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, ग्रीस, साउथ कोरिया और स्पेन का नंबर है। इन देशों में शराब की प्रति व्यक्ति सालाना खपत 10 लीटर से ज्यादा है।
भारत का हाल
अर्जेंटीना, अमेरिका, चिली, साउथ अफ्रीका, स्वीडन, आइसलैंड, कनाडा, नीदरलैंड, यूक्रेन, थाईलैंड, जापान, ब्राजील, कजाकस्तान, इटली, नॉर्वे, चाइना, कंबोडिया, फिलीपींस, मेक्सिको और कोलंबिया में हर एडल्ट आदमी सालाना औसतन पांच लीटर से ज्यादा शराब पी जाता है। भारत में यह 5.7 लीटर है। इस लिस्ट में सबसे नीचे इस्लामी देश हैं। कुवैत में शराब की खपत जीरो है। सऊदी अरब में प्रति व्यक्ति शराब की सालाना खपत 0.2 लीटर है जबकि पाकिस्तान में 0.3 लीटर। मिस्र में यह 0.4 लीटर, नाइजर में 0.5 लीटर, इंडोनेशिया में 0.8 लीटर, ईरान में 1 लीटर, तुर्की में दो लीटर, सिंगापुर में 2.5 लीटर, यूएई में 3.8 लीटर, नॉर्थ कोरिया में 3.9 लीटर और वेनेजुएला में 5.6 लीटर है।