न्यूयोर्क
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को खुफिया अधिकारियों ने खतरों से आगाह किया है. अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति को ईरान से आने वाली हत्या की कथित धमकियों के बारे में जानकारी दी. इस दौरान कहा गया है कि ट्रंप की जान को खतरा है.
ट्रंप की कैंपेन टीन ने एक बयान में कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप को आज सुबह राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (ODNI) के कार्यालय द्वारा ईरान से उनकी हत्या की धमकियों के बारे में जानकारी दी गई. ऐसा करने की कोशिश करने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में अस्थिरता पैदा करने और अराजकता फैलान की कोशिश करना चाहते हैं."
'पिछले कुछ दिनों में बढ़े हैं खतरे'
ट्रंप की टीम ने कहा कि खुफिया अधिकारियों ने पहचान की है कि ईरानी खतरे 'पिछले कुछ महीनों में बढ़ गए हैं' और अमेरिकी सरकार के अधिकारी ट्रंप की रक्षा करने और चुनाव को प्रभावित होने से बचाने पर काम कर रहे हैं.
ईरान ने पहले भी अमेरिकी मामलों में हस्तक्षेप करने के अमेरिकी दावों का खंडन किया है. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन और ODNI ने मंगलवार देर रात कोशिश किए जाने के बाद भी जवाब नहीं दिया.
पहले भी हुई है ट्रंप की हत्या की कोशिश
डोनाल्ड ट्रंप को फ्लोरिडा के गोल्फ कोर्स में मारने की योजना बनाने के आरोपी बंदूकधारी पर तीन अन्य मामलों में आरोप तय किए गए, जिनमें एक प्रमुख राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की हत्या की कोशिश भी शामिल है. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की हत्या के प्रयास के अलावा, नए आरोपों में हिंसक अपराध को बढ़ावा देने के लिए बंदूक रखना और एक संघीय अधिकारी पर हमला करना भी शामिल है, जिसके बारे में अदालती दस्तावेजों से पता चला है कि वह एक सीक्रेट सर्विस एजेंट था.
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के गोल्फ खेल के दौरान आगे की ओर देखते वक्त एक सीक्रेट सर्विस एजेंट ने झाड़ियों से राउथ की बंदूक बाहर निकलती देखी. एजेंट ने संदिग्ध पर गोली चलाई, जो मौके से भागा लेकिन बाद में उसे पकड़ लिया गया.
बता दें कि हाल के दिनों में डोनाल्ड ट्रंप पर यह दूसरा जानलेवा हमला था. पहला हमला 13 जुलाई को पेंसिलवेनिया के बटलर में एक रैली में हुआ था, जब एक बंदूकधारी ने गोलीबारी की थी. इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और ट्रंप के कान में चोट आई थी.