मध्यप्रदेश

सालों से नहीं जमा कर रहे थे बिजली बिल, बंदूक के लाइसेंस रद्द का नोटिस मिलते ही 284 लोगों ने जमा कराए 41 लाख रुपये

ग्वालियर

ग्वालियर चंबल की शान बंदूक पर अब बिजली कंपनी की नजर है और यही वजह है कि बिजली कंपनी ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर शहर के 17 हजार लोगों को चिन्हित किया है जिन पर बिजली कंपनी का बिल बकाया है। जिन लोगों ने कई सालों से बिजली कंपनी का भुगतान नहीं किया है, उन्हें जिला प्रशासन के द्वारा शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के नोटिस दिए जा रहे हैं। 17 हजार लोगों में से अब तक बिजली कंपनी कुल 1300 लोगों को ही चिन्हित कर पाई है। जिनके प्रॉपर एड्रेस या मोबाइल नंबर, कनेक्शन ट्रेस कर पाए हैं, उन लोगों को शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस भेजा गया है।

लाइसेंस रद्द का मिला नोटिस तो लोग दौड़े-डौड़े पहुंचे बिजली ऑफिस

शस्त्र लाइसेंस का नोटिस देखते ही बंदूक प्रेमी बिजली कम्पनी का बकाया बिल जमा करने पर पहुंच रहे हैं। इससे यह तो साफ जाहिर हो रहा है कि ग्वालियर चंबल अंचल की शान बंदूक के प्रति लोगों को कितना प्रेम है। जिन लोगों ने सालों से बिजली कम्पनी का बकाया बिल जमा नहीं किया था और बंदूक का लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस मिलते ही लोगों ने लाखों रुपये जैसे बड़े-बड़े अमाउंट एक झटके में जाकर जमा करा दिया।

बंदूक के लिए कुछ भी करेगा!

इस मामले को लेकर जब विद्युत मंडल के शहरी महाप्रबंधक नितिन मांगलिक से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शहर में ऐसे बकायादार जो शस्त्र लाइसेंसधारी हैं और उसी परिसर या घर में रह रहे हैं। जिन पर बकाया राशि है, उनके लाइसेंस निरस्त करने के लिए शासन ने सूची मांगी थी। सूची मिलने के बाद बड़ी समस्या यह सामने आई कि सही पता और सही मोबाइल नंबर आदि नहीं होने की वजह से अभी पूरी तरह से तो बकाया राशि नहीं वसूल हो पाई है। अब तक 284 लोगों से लगभग 41 लाख रुपये की वसूली की जा सकी है। इनमें कई बड़े बकाएदार भी शामिल हैं। लेकिन यह बात भी सही है कि लोगों का बंदूक के प्रति अपार प्रेम देखने को मिल रहा है। लोग बड़ी संख्या में बिजली कम्पनी का बकाया बिल जमा करा रहे हैं।

'लाइसेंस निरस्त होने से अच्छा है, बिजली बिल जमा करा दिया जाए'

ग्वालियर के मुरार इलाके में रहने वाले रघुराज गौड ने बताया कि जैसे ही वह बिजली घर कुछ काम से गए और वहां जाकर देखा कि बिजली बिल जमा नहीं करने पर उनका शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस भेजा जा रहा है। इसके बाद वह तुरंत घर पहुंचे और एक लाख रुपये से अधिक का बिल जमा किया। अगर बिल जमा नहीं करते तो शायद उनका बंदूक का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाता, क्योंकि यह बंदूक का लाइसेंस उन्होंने बड़ी मुश्किल से हासिल किया है, जिसके निरस्त होने से अच्छा है कि पहले ही बिल जमा करा दिया जाए।

जनसम्पर्क विभाग – आरएसएस फीड

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